कोरोना काल में PF का पैसा निकाल जरूरतें पूरी कर रहे लोग, 5 महीनों में निकाले 35,445 करोड़

punjabkesari.in Wednesday, Sep 09, 2020 - 04:48 PM (IST)

नई दिल्लीः कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने चालू वित्त वर्ष में अप्रेल से अगस्त तक यानी 5 महीनों के दौरान कुल मिलाकर 35,445 करोड़ रुपए के 94.41 लाख भविष्य निधि दावों का निपटारा किया है। कोरोना के कारण लोगों को पैसों की जरूरत को देखते हुए क्लेमों को जल्दी निपटाने का काम चल रहा है।

मंगलवार को श्रम मंत्रालय द्वारा जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से अगस्त अवधि के दौरान ईपीएफओ ने पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 32 फीसदी अधिक दावों का निपटारा किया है। वहीं इस दौरान वितरित की गई राशि में भी करीब 13 फीसदी की वृद्धि हुई है।

एडवांस निकासी सुविधा के तहत निकाले सबसे ज्यादा पैसे
श्रम मंत्रालय के अनुसार अप्रैल से अगस्त 2020 के दौरान जितने भी भविष्य निधि दावों का निपटारा किया गया उनमें से 55 फीसदी दावे कोविड-19 अग्रिम लेने वाले थे जबकि 33 फीसदी दावे बीमारी से जुड़े दावों के थे। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने कोरोना संकट को देखते हुए ईपीएफ खाताधारकों को राहत देते हुए 30 जून तक उनके जमा की एडवांस निकासी की सुविधा दी थी।

अप्रैल से जून तक निकले थे 15 हजार करोड़ रुपए
इससे पहले 1 अप्रैल से 30 जून तक 55 लाख से ज्यादा लोगों ने PF अकाउंट से पैसे निकाले थे। इन दावों के निपटारे के जरिए EPFO ने 15 हजार करोड़ रुपए जारी किए थे। 9 जून से 29 जून के बीच 20 लाख लोगों ने अपनी बचत राशि विड्रॉ की थी।

वित्त वर्ष 2019-20 में कुल 72 हजार करोड़ रुपए निकाले गए थे। वहीं इस वित्त वर्ष में सिर्फ चार महीने में 30 हजार करोड़ रुपए निकाले जा चुके हैं। ऐसे में अगर हालात जल्द नहीं सुधरे तो यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। EPFO करीब 10 लाख करोड़ का फंड मैनेज करता है और इसके सब्सक्राइबर्स की संख्या करीब 6 करोड़ है।

कोरोना के कारण नए सब्सक्राइबर्स की संख्या में आई गिरावट
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के अनुसार जून महीने में 6.55 लाख नए रजिस्ट्रेशन हुए। इससे पहले मई महीने में EPFO में 3.18 लाख नए रजिस्ट्रेशन हुए थे। अप्रैल महीने में महज 1.33 लाख नए रजिस्ट्रेशन हुए थे। इस साल मार्च में नए रजिस्ट्रेशन घटकर 5.72 लाख रह गई थी। वहीं लॉकडाउन लगने से पहले फरवरी 2020 में 10.21 लाख नए लोग ईपीएफ सदस्यों में जुड़े थे। कोरोनावायरस महामारी की वजह से लागू लॉकडाउन के कारण इसमें गिरावट आई है। EPFO में रजिस्ट्रेशन के आंकड़े संगठित क्षेत्र में रोजगार की स्थिति को बताता है।


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jyoti choudhary

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