पुराने साथी ने बढ़ाई बाबा रामदेव की टेंशन

punjabkesari.in Thursday, Jan 25, 2018 - 02:46 PM (IST)

नई दिल्लीः योग गुरु बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद एक दशक पहले एफएमसीजी सेक्टर में छोटी सी फर्म के तौर पर पहचान रखती थी। अब यह स्वेदशी कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर समेत कई दिग्गज कंपनियों से कड़ा मुकाबला कर रही है। यहां एक और कंपनी बुलंदियां छू रही है वहीं दूसरी और बाबा के ही पूर्व पार्टनर ने उनकी टेंशन बढ़ा दी है। पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड ने एक योग गुरू की फर्म को पतंजलि के ट्रेडमार्क का कथित तौर पर उल्लंघन करने के लिए कोर्ट में खींचा है।

उल्लंघन का लगाया आरोप
पतंजलि आयुर्वेद ने दिल्ली हाईकोर्ट में स्वामी करमवीर की कंपनी कल्पामृत आयुर्वेद के खिलाफ याचिका दायर की है। पतंजलि आयुर्वेद का कहना है कि महर्षि पतंजलि परिवार की यूनिट कल्पामृत आयुर्वेद योगगुरु स्वामी करमवीर की अगुवाई में संचालित है। जानकारी के मुताबिक कल्पामृत आयुर्वेद की ओर से पेश किए गए कई ऐसे उत्पाद हैं जिनका नाम, लोगो और पैकेजिंग पतंजलि आयुर्वेद के प्रोडक्ट्स जैसी ही है। ऐसे में पतंजलि आयुर्वेद ने कल्पामृत आयुर्वेद पर ट्रेडमार्क, कॉपीराइट के कथित तौर पर उल्लंघन के खिलाफ में याचिका दायर की है। इस मामले में अगली सुनवाई 7 मई को होगी।

2006 में हुई पतंजलि की शुरुआत
पतंजलि के प्रवक्ता एसके तिजारावाला ने बताया कि योगगुरु बाबा रामदेव ने पतंजलि नाम का रजिस्ट्रेशन 25 साल पहले ही करा लिया था। स्वामी करमवीर ने बाद में ट्रस्ट से इस्तीफा दे दिया था। हमारी शुरुआत 2006 में हुई जबकि स्वामी करमवीर की कंपनी ने 2015-16 में शुरू किया। कोर्ट के दस्तावेजों के मुताबिक पतंजलि ने मार्च 2017 में कल्पामृत कंपनी को कानूनी नोटिस भेजा था, हालांकि कल्पामृत फर्म के प्रवक्ता ने बताया कि उन्हें कोर्ट से किसी भी तरह का नोटिस नहीं मिला है। हमें इस मामले की कोई जानकारी भी नहीं है।


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