विदेशी सर्वर से भारतीयों की सूचनाए मिटाना शुरू करेगा मास्टरकार्ड

punjabkesari.in Sunday, Dec 16, 2018 - 04:43 PM (IST)

नई दिल्लीः वैश्विक स्तर पर भुगतान सेवाएं प्रदान करने वाली कंपनी अमेरिकी कंपनी मास्टरकार्ड ने रिजर्व बैंक से कहा है कि वह एक निश्चित तिथि से भारतीय कार्डधारकों की सूचनाओं (डेटा) को विदेशी कंप्यूटर-सर्वर से मिटाने जा रही। उसका कहना है कि कुछ समय के लिए इससे कार्ड की सुरक्षा में कमी आ सकती है।

मास्टरकार्ड, इंडिया एंड और दक्षिण एशिया प्रभाग के प्रभारी पौरुष सिंह ने कहा कि कंपनी 200 से अधिक देशों में परिचालन करती है लेकिन भारत के अलावा किसी अन्य देश ने उसे अपने नागरिकों से संबंधित सूचनाओं को विदेशी सर्वर से मिटाने के लिए नहीं कहा है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अप्रैल में नए नियम जारी किए थे जिमें भुगतान कंपनियों को भारतीय नागरिकों के लेनदेन से जुड़े सभी आंकड़े भारत में स्थापित कंप्यूटर डाटा-संगह सुविधाओं में ही जखना अनिवार्य कर दिया गया है। यह नियम 16 अक्टूबर से लागू हो गया है।

मास्टकार्ड ने कहा है कि सभी भारतीय के नए लेनदेन से जुड़े आंकड़ों को 6 अक्टूबर से उसके पुणे के तकनीकी केंद्र में स्टोर किया जा रहा है। सिंह ने कहा, 'आरबीआई को जो प्रस्ताव दिया गया है कि उसमें कहा गया है कि हम सभी जगह से डेटा हटाना शुरू कर देंगे, चाहे वो कार्ड नंबर हो या लेनदेन से जुड़ी जानकारियां हो। आंकड़ों को केवल भारत में स्टोर किया जाएगा, हम आंकड़े हटाने शुरू कर देंगे।' सिंह ने कहा कि आंकड़ों को हटाना 'बटन दबाने' जितनी आसान प्रक्रिया नहीं है क्योंकि लोग आप पर दंड लगा सकते हैं लेनदेन में विवाद जैसी स्थिति हो सकती है हमने आरबीआई को प्रस्ताव दे दिया है और उसके जवाब का इंतजार कर रहे हैं।
 


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jyoti choudhary

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