बैंक, आईटी कंपनियों के शेयरों में तेजी से सेंसेक्स 296 अंक मजबूत

punjabkesari.in Monday, Dec 27, 2021 - 06:12 PM (IST)

नई दिल्लीः बीएसई सेंसेक्स सोमवार को करीब 296 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ। सूचना प्रौद्योगिकी, वित्तीय और दवा कंपनियों के शेयरों में तेजी के साथ बाजार में मजबूती आई। तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स कारोबार के दौरान दिन के न्यूनतम स्तर से 960 अंक सुधरा और अंत में 295.93 अंक यानी 0.52 प्रतिशत की बढ़त के साथ 57,420.24 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 24 शेयर लाभ में जबकि छह नुकसान में रहे।

इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 82.50 अंक यानी 0.49 प्रतिशत मजबूत होकर 17,086.25 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी के 50 में से 40 शेयर लाभ में रहे। सेंसेक्स के शेयरों में तीन प्रतिशत से अधिक की तेजी के साथ सर्वाधिक लाभ में टेक महिंद्रा रही। इसके अलावा डा. रेड्डीज 1.95 प्रतिशत, पावरग्रिड 1.6 प्रतिशत, कोटक बैंक 1.56 प्रतिशत और सन फार्मा 1.16 प्रतिशत मजबूत हुए। आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी लि., महिंद्रा एंड महिंद्रा, एक्सिस बैंक और बजाज फाइनेंस में तेजी से बाजार को निचले स्तर से बाहर निकलने में मदद मिली।

दूसरी तरफ, नुकसान में रहने वाले शेयरों में इंडसइंड बैंक, एशियन पेंट्स, मारुति और भारती एयरटेल शामिल हैं। निजी क्षेत्र के आरबीएल बैंक का शेयर बीएसई में 18 प्रतिशत लुढ़ककर 140.90 रुपए पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 52 सप्ताह के निचले स्तर तक आया। निजी क्षेत्र के बैंक को लेकर विभिन्न अटकलों के बीच रिजर्व बैंक ने सोमवार को कहा कि आरबीएल बैंक के पास पर्याप्त पूंजी है और उसकी वित्तीय स्थिति ‘संतोषजनक' है। आरबीएल बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्ववीर आहूजा के पद से हटने और आरबीआई के अपने मुख्य महाप्रबंधक को बैंक के निदेशक मंडल में अतिरिक्त निदेशक नियुक्त किये जाने के बाद उक्त बयान आया।

आनंद राठी के इक्विटी शोध प्रमुख (बुनियादी) नरेंद्र सोलंकी ने कहा, ‘‘एशियाई बाजारों में मिले-जुले रुख के बीच भारतीय बाजार नुकसान में खुला। इसका कारण अवकाश की वजह से कम कारोबार के बीच ओमीक्रॉन को लेकर बढ़ती चिंता है।'' दोपहर के कारोबार में स्वास्थ्य, औद्योगिक और पूंजीगत सामान कंपनियों के शेयरों में बढ़त के साथ बाजार में तेजी लौटी। सोलंकी ने कहा, ‘‘मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) के एक सदस्य की बात से कारोबारी उत्साहित हुए। उन्होंने उम्मीद जताई है कि अगली कुछ तिमाहियों तक पूंजी निवेश बढ़ेगा और अगले वित्त वर्ष में भी आर्थिक वृद्धि दर बेहतर रहेगी।''

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘वैश्विक स्तर पर कोविड मामलों में वृद्धि के बावजूद घरेलू बाजार कमजोर शुरुआत के बावजूद बढ़त के साथ बंद हुए। इसका कारण कोरोना वायरस के नए स्वरूप से ज्यादा गंभीर रूप से बीमार होने की आशंका नहीं होने से जुड़ी रिपोर्ट है। दवा, आईटी, वित्त जैसे क्षेत्रों में तेजी से बाजार बढ़त में आया।''

एशिया के अन्य बाजारों में चीन में शंघाई कंपोजिट, दक्षिण कोरिया में कॉस्पी और जापान का निक्की नुकसान में रहे, जबकि हांगकांग के हैंगसेंग में तेजी रही। यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में मिला-जुला रुख था। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.01 प्रतिशत बढ़कर 75.78 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया तीन पैसे की बढ़त के साथ 75 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ।  

 


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Content Writer

jyoti choudhary

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