अभी और बढ़ेगी लोन की EMI, RBI एक फीसदी तक बढ़ा सकता है ब्याज दरें

punjabkesari.in Friday, May 13, 2022 - 10:55 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अप्रैल में महंगाई दर के आठ साल के उच्चतम स्तर 7.79 फीसदी पर पहुंचने के बाद चालू वित्त वर्ष में रेपो दर में एक फीसदी की वृद्धि कर सकता है। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने यह संभावना जताई है। क्रिसिल की शोध इकाई ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के लिए औसत उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित मुद्रास्फीति बढ़कर 6.3 प्रतिशत पर पहुंच सकती है, जो केंद्रीय बैंक के संतोषजनक स्तर छह फीसदी से अधिक है। रिजर्व बैंक ने इस महीने की शुरुआत में बढ़ती मुद्रास्फीति को नियंत्रण में करने के लिए रेपो दर को 0.4 प्रतिशत बढ़ाकर 4.40 प्रतिशत कर दिया था। अगस्त, 2018 के बाद पहली बार रेपो दर को बढ़ाया गया है। अब महंगाई में तेजी से वृद्धि के चलते रेपो रेट में और इजाफा हो सकता है। इसका मतलब है कि लोगों की लोन ईएमआई और बढ़ जाएगी।

प्रमुख ब्याज दरों में 1 फीसदी तक वृद्धि की उम्मीद
क्रिसिल ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2022-23 में मुद्रास्फीति व्यापक हो सकती है। इससे खाद्य वस्तुओं, ईंधन और मुख्य क्षेत्रों में महंगाई बढ़ेगी। इसलिए संभावना है कि रिजर्व बैंक चालू वित्त वर्ष में रेपो दर में 0.75 से एक प्रतिशत की और बढ़ोतरी करे। ’

अप्रैल में बढ़ी खुदरा महंगाई
अप्रैल महीने के खुदरा महंगाई के आंकड़े आ चुके हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित महंगाई दर बढ़कर 7.79 फीसदी पर जा पहुंची। इससे भारतीय रिजर्व बैंक पर आने वाले दिनों में ब्याज दरों को और बढ़ाने का दबाव बढ़ जाएगा। अप्रैल में खाने-पीने के सामानों में भी काफी तेजी आई है। इस महीने खाद्य महंगाई मार्च के 7.68 फीसदी से बढ़कर 8.38 फीसदी पर पहुंच गई। वित्त वर्ष 2022-23 में महंगाई के उच्च स्तर पर बने रहने का अनुमान है।
 


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Content Writer

jyoti choudhary

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