देश में पहली बार पिज्जा, बर्गर खाने पर देना होगा ''फैट टैक्स''

punjabkesari.in Friday, Jul 08, 2016 - 05:41 PM (IST)

नई दिल्लीः केरल सरकार ने जंक फूड पर 14.5 फीसदी का ''फैट टैक्स'' टैक्स लगा दिया है। ये टैक्स लगाने वाला केरल भारत का पहला राज्य होगा। दुनिया के कुछ ही देशों में ये टैक्स वसूला जाता है। इनमें डेनमार्क, जापान और हंगरी शामिल हैं। केरल में जंक फूड का कंजप्शन कम करने और रेवेन्यू बढ़ाने के लिए ये कदम उठाया गया है। 

केरल में सभी ब्रांडेड रेस्‍टोरेंट के जरिए बेचे जाने वाले पिज्‍जा, बर्गर और सैंडविच जैसे कई जंक फूड्स पर फैट टैक्‍स लगेगा। राज्य सरकार को इससे हर साल करीब 10 करोड़ रुपए का रेवेन्यू मिलेगा। वहीं, जंक फूड कंजप्शन कम करने में भी मदद मिलेगी। दअसल, दुनियाभर में जंक फूड और इसकी वजह से होने वाले मोटापे को लेकर डिबेट चल रही है। केरल में भी फैट टैक्स लगाने के पीछे एक वजह यही ही बताई गई है।

चपाती भी महंगी
 केरल में हाल ही में सत्ता में आई एल.डी.एफ. सरकार ने ''रेडी टू ईट'' चपाती पर भी 5 फीसदी टैक्‍स लगाया है।
वित्त मंत्री थॉमस इसाक ने एल.डी.एफ. सरकार का पहला बजट पेश किया। इसमें रेवेन्यू बढ़ाने के लिए कई नए टैक्स लगाए गए हैं।

इन पर होगा असर
 ''फैट टैक्‍स'' लगने से मैकडोनाल्‍ड, पिज्‍जा हट, सबवे और डॉमिनोज जैसी मल्‍टी नैशनल फास्‍ट फूड कम्पनियों की बिक्री पर असर होगा।

इन चीजों पर भी देना होगा टैक्‍स
केरल सरकार ने पैकेज्‍ड बासमती चावल और नारियल तेल पर भी 5 फीसदी टैक्‍स लगाया है।
डिस्‍पोजेबल ग्‍लासेस पर भी 205 फीसदी, पैक्‍ड व्‍हीट प्रोडक्‍ट्स पर 5 फीसदी और 10 साल पुराने व्‍हीकल 10 फीसदी ग्रीन टैक्‍स लगाया है।

केरल के स्कूली बच्चों में बढ़ रहा है मोटापा
 दो स्‍टडी में यह बात सामने आई कि केरल के स्‍कूली बच्‍चों में मोटापा तेजी से बढ़ रहा है।
⇒ वीएमएस बेल्‍लारी ने 2010 में तिरुवनंतपुरम सिटी कॉरपोरेशन के एक हाईस्‍कूल में स्टडी कराई। 12 फीसदी स्‍टूडेंट ओवरवेट और 6.3 फीसदी मोटे पाए गए। 
जेनेवा ग्‍लोबल हेल्‍थ प्‍लेटफार्म ने 2012 में जंक फूड पर एक स्‍टडी की। ऑर्गनाइजेशन ने अलापुझा डिस्ट्रिक के प्राइवेट स्‍कूलों के बच्चों को ओवरवेट बताया। हालांकि दिलचस्प बात यह सामने आई कि सरकारी स्‍कूलों के स्टूडेंट्स इस परेशानी से दूर हैं।  


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