जॉनसन एंड जॉनसन बेबी पाउडर से कैंसर होने का डर, अब भारत में होगी जांच

punjabkesari.in Wednesday, Dec 19, 2018 - 06:54 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः जॉनसन एंड जॉनसन के जिस बेबी पाउडर से दुनिया भर में कैंसर के मामले सामने आ चुके हैं और कंपनी पर हजारों करोड़ रुपए का जुर्माना लग चुका है, अब वह भारत सरकार के रडार पर भी आ गया है। उत्तर भारत में स्थित कंपनी के एक प्लांट से ड्रग इंस्पेक्टर्स ने बेबी पाउडर के नमूने सीज किए हैं। हाल में एक रिपोर्ट भी आई थी कि कंपनी दशकों से प्रोडक्ट में ऐसे तत्वों की मौजूदगी के बारे में जानती थी, जिनकी वजह से कैंसर होता है।

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ड्रग्स रेगुलेटर की तरफ से यह कदम जॉनसन एंड जॉनसन के खिलाफ लगे आरोप के बाद उठाया गया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया का सबसे मशहूर और 100 साल से अधिक पुराना जॉनसन एंड जॉनसन बेबी पाउडर में कैंसर पैदा करने वाले तत्व पाए जाने की संभावना है। ड्रग्स रेगुलेटर ने खबरों के आधार पर फैक्ट्री से बेबी पाउडर का सैंपल एकत्र कर लिया है क्योंकि ड्रग्स रेगुलेटर का मानना है कि यदि पाउडर में कैंसर वाले तत्व हैं तो इससे बड़ी संख्या में बच्चों को नुकसान पहुंच रहा है।

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हिमाचल के प्लांट से लिए गए नमूने
सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार की रात को हिमाचल प्रदेश के बड्डी प्लांट से पाउडर के नमूने लिए गए हैं। सरकारी अधिकारियों द्वारा पाउडर के नमूने लिए जाने की खबरों पर जेएंडजे की तरफ से कोई टिप्पणी नहीं मिली है। मंगलवार को ही कंपनी ने एक बयान जारी कर पाउडर में हानिकारक केमिकल होने की खबरों को खारिज किया था। कंपनी ने कहा था, ‘जॉनसन एंड जॉनसन का बेबी पाउडर पूरी तरह सुरक्षित और एसबेस्टस से रहित है।’

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कंपनी ने दी सफाई
कंपनी ने अपनी सफाई में कहा, ‘एक लाख से ज्यादा पुरुषों और महिलाओं पर हुई स्टडी में सामने आया है कि पाउडर की वजह से कैंसर या एसबेस्टस से संबंधित बीमारियां नहीं होती हैं। कई रेग्युलेटर्स और दुनिया की कई अग्रणी लैब्स द्वारा किए गए हजारों परीक्षणों से साबित हुआ है कि हमारे बेबी पाउडर में एसबेस्टस नहीं है।’ 

कंपनी पर लग चुका है हजारों करोड़ का जुर्माना
गौरतलब है कि जॉनसन एंड जॉनसन के बेबी पाउडर में हानिकारक केमिकल होने के कई बार आरोप लग चुके हैं। इस साल जुलाई में अमेरिका की  सैंट लुइस कोर्ट ने कंपनी के पाउडर में कैंसर फैलाने वाला केमिकल ‘एसबेस्टस’ मिलने के बाद उस पर 4.7 अरब डॉलर (करीब 34 हजार करोड़ रुपए) का जुर्माना लगाया था। यह राशि उन 22 महिलाओं और उनके परिवारों को दी जानी है, जिन्होंने पाउडर की वजह से कैंसर होने का दावा किया था। यह पहला मामला था जब एसबेस्टस की वजह से कैंसर होने का पता चला।


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jyoti choudhary

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