ITC ने अलग किया अपना होटल कारोबार, 99.6% मतों के साथ शेयरहोल्डर्स ने दी मंजूरी
punjabkesari.in Thursday, Jun 06, 2024 - 04:44 PM (IST)
नई दिल्लीः एफएमसीजी सेक्टर की दिग्गज कंपनी आईटीसी (ITC ) ने सलाहकारों की सिफारिश के अनुरूप गुरुवार को अपने होटल कारोबार को अलग करने की योजना को मंजूरी दे दी। आईटीसी के शेयरहोल्डर्स ने आज यानी गुरुवार को 99.6 प्रतिशत के बहुमत से होटल कारोबार को अलग करने की मंजूरी दे दी। ITC के बोर्ड ने होटल कारोबार अलग करने की योजना को अगस्त 2023 में मंजूरी दी थी। उसके तहत सिगरेट बनाने वाली इस कंपनी के शेयरधारकों को हर 10 शेयर के बदले ITC होटल्स का 1 शेयर दिया जाना है।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, प्रॉक्सी सलाहकार फर्म स्टेकहोल्डर्स एम्पावरमेंट सर्विसेज (SES) और इनगवर्न रिसर्च सर्विसेज ने पिछले महीने शेयरधारकों से डीमर्जर प्रस्ताव का समर्थन करने के लिए कहा था, जबकि इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर एडवाइजरी सर्विसेज (IIAS) ने इस कदम का विरोध किया था।
अब किसके पास कितनी हिस्सेदारी होगी?
कारोबार अलग किए जाने के बाद नई कंपनी की 60 फीसदी हिस्सेदारी ITC के शेयरधारकों के पास और 40 फीसदी हिस्सेदारी ITC के पास होगी। NCLT ने ITC की छह जून को बैठक बुलाई थी। इस बैठक के बाद कंपनी ने शेयरहोल्डर्स के मतदान के नतीजों का ऐलान कर दिया है। ITC के बड़े शेयरधारकों में LIC (15.2 फीसदी), सूटी (7.81 फीसदी), मिडलटन इन्वेस्टमेंट (3.9 फीसदी), जीक्यूजी पार्टनर्स (1.69 फीसदी) आदि शामिल हैं।
सिगरेट के गोल्डफ्लेक ब्रांड के लिए मशहूर कंपनी ने पिछले साल जुलाई में डीमर्जर योजना का ऐलान किया था और बाद में कहा था कि नई कंपनी को 15 महीनों में अस्थायी रूप से लिस्ट किया जाएगा। आईटीसी होटल्स एक स्वतंत्र इकाई के रूप में टाटा के मालिकाना हक वाली इंडियन होटल्स कंपनी ताज होटल्स, ईआईएच एसोसिएटेड होटल्स, ओबेरॉय ब्रांड के होटलों जैसे प्रतिद्वंद्वियों के साथ प्रतिस्पर्धा करेगी।
इस बीच आईटीसी (ITC) का शेयर आज बीएसई पर 1.42 प्रतिशत या 6.10 रुपए की वृद्धि के साथ 436.40 रुपए के भाव पर बंद हुआ।