बाजार में गिरावट...रुपया मजबूत, डॉलर के मुकाबले आज इतनी चढ़ी Indian Currency
punjabkesari.in Wednesday, Feb 12, 2025 - 10:54 AM (IST)
बिजनेस डेस्कः शेयर बाजार में गिरावट के बीच रुपए में मजबूती आई है। बुधवार 12 फरवरी को भारतीय रुपया 39 पैसे की मजबूती के साथ 86.44 रुपए प्रति डॉलर के स्तर पर खुला, जबकि मंगलवार को यह 86.80 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। इस दौरान टैरिफ से जुड़ी खबरों के चलते डॉलर में आई तेजी धीमी पड़ गई, जिससे हाल के उच्चतम स्तर से उसमें गिरावट दर्ज की गई। अब करेंसी ट्रेडर्स की नजर अमेरिकी महंगाई के आंकड़ों और वैश्विक व्यापार से जुड़ी खबरों पर बनी हुई है। बुधवार सुबह डॉलर 0.3% की मजबूती के साथ पहली बार इस सप्ताह 153 येन के ऊपर पहुंच गया, हालांकि अन्य मुद्राओं के मुकाबले इसमें हल्की गिरावट देखी गई और यह 1.0357 डॉलर प्रति यूरो पर कारोबार कर रहा था। वहीं, डॉलर इंडेक्स 108.04 के स्तर पर बना हुआ है।
रुपए की कमजोरी के पीछे कई कारक जिम्मेदारः वित्त मंत्री
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में रुपए की स्थिति पर बयान देते हुए कहा कि इसकी कमजोरी के पीछे कई कारक जिम्मेदार हैं। उन्होंने बताया कि अन्य वैश्विक मुद्राओं की तुलना में रुपए में स्थिरता बनी हुई है। जबकि दक्षिण एशियाई और G-10 देशों की मुद्राएं करीब 5% तक लुढ़क चुकी हैं। वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि रूस-यूक्रेन संघर्ष से वैश्विक आर्थिक माहौल प्रभावित हुआ है, हालांकि खाने-पीने की वस्तुओं की कीमतों में राहत देखने को मिल रही है। सरकार ने केंद्रीय बजट में इन मौजूदा चुनौतियों से निपटने की कोशिश की है। उन्होंने महंगाई को नियंत्रित रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बताया और कहा कि रिटेल महंगाई 2-6% के दायरे में बनी हुई है।
रुपए की कमजोरी से ज्यादा चिंता नहींः राजन
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की बातों का समर्थन पूर्व RBI गवर्नर रघुराम राजन ने भी किया है। राजन ने कहा है रुपए की कमजोरी से ज्यादा चिंता नहीं है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रुपए में गिरावट के बारे में बताते हुए आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन का हवाला भी दिया। उन्होंने कहा कि प्रमुख देशों में करेंसी में उतार-चढ़ाव बहुत व्यापक है और पिछले साल अक्टूबर से इस साल जनवरी तक डॉलर इंडेक्स में 6.5 फीसदी की बढ़त हुई है।
वित्त मंत्री ने कल लोकसभा को संबोधित करते हुए कहा, 'पूर्व आरबीआई गवर्नर राजन ने 15 जनवरी, 2025 को स्वीकार किया है कि चिंता हमेशा रुपया-डॉलर एक्सचेंज रेट पर होती है। वास्तविकता यह है कि अमेरिकी डॉलर, यूरो सहित दुनिया की कई करेंसीज के मुकाबले मजबूत हो रहा है। इसलिए यह वास्तव में या डॉलर का मुद्दा है।