Boycott Turkey: भारत ने दिया तुर्की को झटका, उत्पादों की मांग घटी
punjabkesari.in Monday, May 12, 2025 - 05:22 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सीजफायर के बाद कूटनीतिक समीकरणों में बदलाव देखने को मिल रहा है। इस दौरान यह स्पष्ट हुआ कि पाकिस्तान को सबसे बड़ा समर्थन तुर्की की ओर से मिला। रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ ड्रोन और अन्य सैन्य उपकरणों के लिए तुर्की पर भरोसा किया। इसके चलते भारत में तुर्की को लेकर नाराजगी का माहौल बना है और सोशल मीडिया पर 'बॉयकॉट तुर्की' जैसे कैंपेन भी ट्रेंड कर रहे हैं।
तुर्की से आने वाले उत्पादों पर असर
भारत में तुर्की से कालीन, फर्नीचर, सजावटी वस्तुएं, जैतून का तेल, सूखे मेवे, टाइल्स, फैब्रिक और पारंपरिक हस्तशिल्प जैसे उत्पादों की मांग खासकर शहरी बाजारों में होती रही है। इसके अलावा तुर्की से आयातित इंडस्ट्रियल मशीनरी और कृषि उपकरणों का इस्तेमाल भी भारत में होता है लेकिन मौजूदा स्थिति को देखते हुए इन उत्पादों की मांग में गिरावट के संकेत मिल रहे हैं।
व्यापारिक आंकड़े क्या कहते हैं?
वित्त वर्ष 2023-24 में भारत और तुर्की के बीच द्विपक्षीय व्यापार 10.43 अरब डॉलर रहा, जिसमें भारत का निर्यात 6.65 अरब डॉलर और आयात 3.78 अरब डॉलर था। भारत तुर्की को मशीनरी, लोहे-स्टील, तिलहन और कीमती पत्थर जैसे उत्पाद निर्यात करता है। वहीं, तुर्की से भारत खनिज तेल, फ्लैट स्टील, प्लास्टिक और टेक्सटाइल आयात करता है।
हालांकि, फरवरी 2024 से फरवरी 2025 के बीच दोनों देशों के व्यापार में गिरावट दर्ज की गई। भारत का तुर्की को निर्यात 9.7 मिलियन डॉलर घटकर 461 मिलियन डॉलर रह गया, जबकि तुर्की से आयात में 232 मिलियन डॉलर की कमी दर्ज की गई और यह घटकर 143 मिलियन डॉलर हो गया।
पर्यटन पर भी पड़ सकता है असर
हर साल भारत से बड़ी संख्या में पर्यटक तुर्की और अजरबैजान जैसे देशों की यात्रा करते हैं लेकिन मौजूदा हालात और सोशल मीडिया पर हो रहे विरोध के कारण, पर्यटन क्षेत्र पर भी असर पड़ने की आशंका है। ट्रैवल एजेंसियों के अनुसार, हाल के दिनों में तुर्की टूर पैकेजों की पूछताछ में गिरावट आई है।