मैक्सिको-चीन को पछाड़ भारत बना नंबर 1, वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट से हिले दुनिया के 195 देश
punjabkesari.in Thursday, Jun 27, 2024 - 03:56 PM (IST)
बिजनेस डेस्कः भारत के लोग दुनिया के कोने-कोने में रहते हैं। विदेशों में रह रहे भारतीय देश की अर्थव्यवस्था में अहम रोल निभाते हैं। इन विदेशी भारतीयों की वजह से देश की इकोनॉमी को बड़ा फायदा हो रहा है। विदेशों में रह रहे भारतीयों ने इस बार तो नया रिकॉर्ड बना ही दिया। उन्होंने चीन-मैक्सिको जैसे देशों को पीछे छोड़ दिया है। विदेशों में रह रहे भारतीयों के इस कदम से 195 देश हिल गए हैं। दरअसल विदेशी धरती पर रहने वाले भारतीय अपने देश में इतना पैसा भेजते हैं जिससे देश की अर्थव्यवस्था को बल मिलता है। विदेशों में रह रहे भारतीयों ने पैसे भेजने के मामले में इस बार फिर से सबको पीछे छोड़ दिया है।
विदेशों में रहने वाले भारतीयों ने कर दिया कमाल
विदेशी भारतीयों ने बीते साल 2023 में 120 अरब डॉलर (10 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा) भारत भेजे। वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक विदेशों में बसे भारतीयों की ओर से देश भेजे गए पैसे चीन, मैक्सिको जैसे देशों को पीछे छोड़ दिया है। इस तरह के पैसों के मामले में भारत के मुकाबले चीन के पास आधे से भी कम रकम आती है। पाकिस्तान की बात करें तो विदेशी धरती पर रहने वाले पाकिस्तानी भारतीयों के मुकाबले एक चौथाई पैसा भी नहीं भेजते हैं। बीते साल विदेशों में रहने वाले मैक्सिको के लोगों ने 66 अरब डॉलर अपने देश भेजा। अमेरिका में रह रहे भारतीयों में सबसे ज्यादा पैसा स्वदेश भेजा है।
चीन-मैक्सिको, पाकिस्तान सब फेल
विदेशों से भेजी गई रकम (रेमिटेंस) के आंकड़ों को लेकर वर्ल्ड बैंक की ओर से रिपोर्ट जारी की गई है। इस लिस्ट के मुताबिक विदेशों में रहने वाले भारतीयों ने साल 2023 में 120 अरब डॉलर यानी 10 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा भारत में भेजे हैं। इसका गुणा-भाग करें तो विदेशों में रहने वाले भारतीयों ने हर मिनट में करीब दो करोड़ रुपए देश भेजा। इसी तरह से मेक्सिको को 66 अरब डॉलर, चीन को 50 अरब डॉलर, फिलींपीन को 39 अरब डॉलर और पाकिस्तान को सिर्फ 27 अरब डॉलर रेमिटेंस के तौर पर मिले।
लगातार दूसरे साल भारतीय अव्वल
विदेश से पैसे भेजने के मामले में भारतीय लगातार दूसरे साल अव्वल रहे हैं। बीते साल के मुकाबले इस साल रेमिटेंस में बढ़ोतरी हुई है, भारतीयों ने 2023-24 में रिकॉर्ड 8.95 लाख करोड़ रुपए रेमिटेंस के तौर पर भेजे। विश्व बैंक, यूएन माइग्रेशन एजेंसी और आरबीआई की रिपोर्ट्स के मुताबिक ये लगातार दूसरा साल है जब विदेशों में रहने वाले भारतीयों ने 100 अरब डॉलर से ज्यादा की रकम भारत भेजी है। बता दें कि विदेशों से भेजे गए ये पैसे देश के विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाने का जरिया है। इतना ही नहीं कई छोटे देशों के लिए तो ये घरेलू आय का एक महत्वपूर्ण सोर्स है।