जनवरी में महंगा हो सकता है इस्पात!

punjabkesari.in Tuesday, Jan 03, 2017 - 11:57 AM (IST)

नई दिल्लीः घरेलू बाजार में स्टील की मांग नरम रहने की वजह से प्राथमिक इस्पात उत्पादक कंपनियां 6,000 रुपए प्रति टन की बढ़ौतरी का एक हिस्सा ही ग्राहकों पर डालने की तैयारी कर रही है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कोकिंग कोयले की कीमतों में बढ़ौतरी के कारण स्टील उत्पादकों को जनवरी में कीमतों में भारी बढ़ौतरी को मजबूर होना पड़ रहा है।

जनवरी से बढ़ सकती हैं कीमतें
जेएसडब्ल्यू स्टील के निदेशक (कॉमर्शियल एवं मार्केटिंग) जयंत आचार्य ने कहा, 'बाजार में कीमतों में बढ़ौतरी को सहने और लागत बढ़ने को ध्यान में रखते हुए जनवरी में स्टील की कीमतें बढ़ाने का निर्णय किया गया है लेकिन यह बढ़ौतरी 6,000 रुपए प्रति टन के आसपास नहीं पहुंचेगी।' साथ ही यह भी कहा, 'स्टील कंपनियों के मार्जिन पर असर पड़ रहा है लेकिन इस बढ़ौतरी से उतनी मदद नहीं मिलेगी।' सज्जन जिंदल की अगुआई वाली कंपनी सरिया और चपटे, दोनों तरह के उत्पादों की कीमतों में बढ़ौतरी करेगी। हालांकि यह बढ़ौतरी कितनी होगी, उस पर अभी निर्णय नहीं किया गया है।

एस्सार स्टील भी बढ़ाेएगी कीमतें
इस बीच, एस्सार स्टील भी कीमतें बढ़ाने की संभावना तलाश रही है लेकिन कितनी बढ़ौतरी की जाएगी, उसके बारे में कंपनी ने नहीं बताया। एस्सार स्टील के कार्यकारी निदेशक (रणनीति एवं कारोबार विकास) विक्रम अमीन ने कहा, 'जनवरी में हमारे उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी बाजार के अनुरूप ही होगी।' उद्योग से जुड़े अधिकारियों ने कहा कि कोकिंग कोयला की कीमत 3,200 डॉलर प्रति टन के उच्च स्तर से घटकर 250 डॉलर प्रति टन रह गई है लेकिन स्टील की कीमतें बढ़ाने की खासी गुंजाइश है।

टाटा स्टील ने दिसंबर में भी की थी कीमतों में बढ़ौतरी
टाटा स्टील के उपाध्यक्ष (सेल्स एवं मार्केटिंग) प्रियश गुप्ता ने कहा, 'दिसंबर में घरेलू स्टील उत्पादकों ने सभी तरह के उत्पादों की कीमतों में 7 से 9 फीसदी की बढ़ौतरी की थी। जनवरी में भी उतनी ही बढ़ौतरी हो सकती है।' उन्होंने कहा कि स्टील की कीमतों में बढ़ौतरी की गई है लेकिन यह अब भी 2014 के स्तर से कम ही है।


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