ICICI बैंक-वीडियोकॉन केसः कोचर दंपति और धूत से फिर पूछा जाएगा- कहां से आए 64 करोड़?

punjabkesari.in Monday, Jul 29, 2019 - 01:04 PM (IST)

नई दिल्लीः आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंदा कोचर, उनके पति दीपक कोचर और वीडियोकॉन ग्रुप के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत से ऋण मामले के संबंध में जांच एजेंसियां फिर पूछताछ कर सकती हैं। खबरों के अनुसार वीडियोकॉन ग्रुप से दीपक कोचर की कंपनियों को मिले 64 करोड़ रुपए की वजहों का पता नहीं चल पाया है। सूत्रों ने बताया कि तीनों से इस बारे में एजेंसियां पूछताछ कर सकती हैं।

आईसीआईसीआई बैंक द्वारा वीडियोकॉन ग्रुप को ये कर्ज उस वक्त दिए गए थे, जब चंदा आईसीआईसीआई बैंक की चीफ थीं। आयकर विभाग और कंपनी मामलों के मंत्रालय ने अपनी हालिया रिपोर्ट्स में बताया था कि कई कंपनियों के जरिए दीपक कोचर की ग्रुप कंपनियों को वीडियोकॉन से 64 करोड़ रुपए मिले थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह पैसा क्यों दिया गया, इसकी वजहों का पता नहीं चला है। सूत्रों के मुताबिक, आयकर विभाग की जांच इकाई ने कहा है ‘बिजनस खर्च’ के मद में जो खर्चे दिखाए गए हैं, वे ‘जेनुइन बिजनस ट्रांजैक्शंस’ नहीं लगते। कंपनी मामलों के मंत्रालय ने भी संकेत दिया है कि वीडियोकॉन ग्रुप ने ‘कोचर की ग्रुप कंपनियों से यह पैसा वापस लेने की गंभीर कोशिश नहीं की।’

कई जांच एजेंसियां धूत और कोचर दंपती से कई बार पूछताछ कर चुकी हैं। कम से कम चार केंद्रीय एजेंसियों- सीबीआई, एन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट (ईडी), आयकर विभाग और कंपनी मामलों का मंत्रालय कई कानून के उल्लंघन को लेकर जांच कर रहा है। सूत्रों ने बताया कि 64 करोड़ के लेनदेन को संदिग्ध बताया गया है। अब इसकी जांच हो रही है कि यह पैसा आईसीआईसीआई बैंक से वीडियोकॉन ग्रुप को दिए गए कर्ज की एवज में तो नहीं दिया गया था? कोचर दंपती और धूत से इन रिपोर्ट्स के नतीजों से जुड़े सवाल किए जाएंगे।’ उनके अनुसार, ‘इस मामले की जांच में न ही कोचर दंपती और न ही धूत सहयोग कर रहे हैं।’ 


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Supreet Kaur

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