GST से देश को कर अनुपालन वाला समाज बनाने में मिलेगी मदद: जेतली

punjabkesari.in Monday, May 29, 2017 - 05:10 PM (IST)

बेंगलुरु: वित्त मंत्री अरुण जेतली का मानना है कि वस्तु एवं सेवा कर (जी.एस.टी.)  के क्रियान्वयन से न केवल कर चोरी पर अंकुश लगेगा, बल्कि देश को एक अधिक कर अनुपालन वाला समाज बनाने में भी मदद मिलेगी। जेतली ने आज यहां राष्ट्रीय सीमा शुल्क, अप्रत्यक्ष कर और नॉर्कोटिक्स (नासिन) अकादमी के नए परिसर का उद्घाटन करने के बाद कहा, ‘‘यह निश्चित रूप से अधिक दक्ष कर होगा। यह एक जो महत्वपूर्ण बदलाव लाएगा कि इससे न केवल कर अपवंचना पर अंकुश लगेगा, बल्कि देश को अधिक कर अनुपालन वाला समाज बनाने में भी मदद मिलेगी।’’

उन्होंने कहा कि नासिन जैसी प्रशिक्षण अकादमियां केंद्र और राज्यों के कराधान अधिकारियों के बीच उचित संयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। जेतली ने कहा कि नया अप्रत्यक्ष कर संघीय भारत का उत्पाद है। एेसे में राज्यों और केंद्र के कराधान अधिकारियों के बीच संयोजन महत्वपूर्ण है। एेसे में नासिन जैसी अकादमियों की काफी महत्वपूर्ण भूमिका हो जाती है। वित्त मंत्री ने कहा कि जी.एस.टी. के तहत विभिन्न अप्रत्यक्ष करों के समाहित होने के मद्देनजर यह जरूरी हो जाता है कि लोगों के कौशल और ज्ञान को अद्यतन किया जाए।

जेतली ने कहा कि कर अधिकारी और करदाता के बीच आमने सामने की बातचीत खत्म होने से उनकी (करदाता) की दिक्कतें कम होंगी और प्रणाली अधिक जवाबदेह बन सकेगी। जी.एस.टी. परिषद ने पिछले दिनों विभिन्न वस्तुओँ और सेवाओं के लिए चार कर स्लैब 5, 12, 18, 28 प्रतिशत को अंतिम रूप दिया है। हालांकि, अभी सोने और कुछ अन्य वस्तुओं की दरों को अंतिम रूप दिया जाना है। सरकार का जी.एस.टी. को एक जुलाई से लागू करने का इरादा है।  


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