सरकार घर-घर पहुंचाएगी 11 करोड़ आयुष्मान कार्ड, मिलेगा 5 लाख रु. तक का फ्री इलाज

punjabkesari.in Wednesday, Jul 18, 2018 - 12:46 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः मोदी सरकार की महत्‍वाकांक्षी योजना आयुष्‍मान भारत हेल्‍थ इंश्‍योरेंस स्‍कीम के तहत सरकार लगभग 11 करोड़ 'फैमिली कार्ड' छापेगी और उन्हें लोगों तक हाथोंहाथ पहुंचाएगी। इसके लिए सरकार गांवों में 'आयुष्मान पखवाड़ा' प्रोग्राम का आयोजन करेगी। इसकी जानकारी आयुष्‍मान भारत- नेशनल हेल्‍थ प्रोटेक्‍शन मिशन (AB-NHPM) द्वारा जारी बिड डॉक्‍युमेंट से मिली।

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AB-NHPM के सीईओ इंदु भूषण ने कहा, 'सरकार की योजना आयुष्मान भारत के लिए सारी तैयारी 15 अगस्त तक कर लेने की है।' हालांकि इसके लॉन्च की डेट अभी नहीं बताई गई है। 'फैमिली कार्ड' पर इस स्कीम के पात्र सदस्यों के नाम होंगे। कार्ड के साथ हर व्यक्ति के नाम वाला एक लेटर दिया जाएगा, जिसमें आयुष्मान भारत स्कीम की विशेषताएं बताई जाएंगी। भूषण ने बताया कि सरकार ने ग्रामीण इलाकों में 80 फीसदी लाभार्थी और शहरी क्षेत्रों से 60 फीसदी लाभार्थियों का चयन अब तक इन कार्ड के लिए किया है। 

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24X7 कॉल सेंटर भी होगा स्‍थापित
इसके अलावा आयुष्‍मान स्‍कीम को लेकर लोगों के सवालों और शिकायतों को दूर करने के लिए केन्‍द्र सरकार राजधानी दिल्‍ली में एक 24X7 कॉल सेंटर भी स्‍थापित करेगी। इसके जरिए अपने गृह राज्‍य से दूर रहने वाले लोगों की भी मदद की जाएगी। कॉल सेंटर के लिए एक राष्‍ट्रीय टोल फ्री नंबर होगा। कॉल सेंटर ई-मेल और ऑनलाइन चैट का जवाब देने में भी सक्षम होंगे। 

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लोगों तक लेटर्स और कार्ड पहुंचाने की ये होगी पूरी प्रोसेस
नेशनल हेल्‍थ एजेंसी से लाभार्थियों की सूचना मिलते ही सर्विस प्रोवाइडर लेटर्स की प्रिन्टिंग शुरू कर देंगे। सभी डाटा सेफ्टी स्‍टैंडर्ड्स का पालन करते हुए एरिया कोड के हिसाब से इन्‍हें लाभार्थियों के डिस्ट्रिक्‍ट हेडक्‍वार्टर भेज दिया जाएगा। उसके बाद लेटर्स ग्राम पंचायत भेजे जाएंगे और फिर इन्‍हें आयुष्‍मान पखवाड़ा कार्यक्रम के जरिए हेल्‍थ वर्कर्स द्वारा लाभार्थी परिवारों तक पहुंचाया जाएगा।  

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सभी तक डिलीवरी में लग सकता है दो साल का वक्‍त
बिड डॉक्युमेंट के अनुसार, अनुमान है कि रोज करीब 5 लाख लेटर जारी करने की रफ्तार से 2 साल में 10.74 करोड़ इंफॉर्मेशन लेटर और फैमिली कार्ड छापने और बांटने होंगे। भूषण ने कहा, 'लेटर छापने में दो साल नहीं लगेंगे। पात्र परिवारों के पास लेटर नहीं पहुंचने पर उन्हें इन सेवाओं के अयोग्य घोषित नहीं किया जाएगा।' 

सर्विस प्रोवाडर नेशनल हेल्थ एजेंसी से लाभार्थी के बारे में जानकारी लेकर ये लेटर छापेगा, पिन कोड के मुताबिक उनकी बंडलिंग करेगा और संबंधित जिला मुख्यालयों पर पहुंचाएगा। लेटर ग्राम पंचायतों को दिए जाएंगे। फिर आयुष्मान पखवाड़ा के दौरान लाभार्थियों को ये पत्र दिए जाएंगे। इसके अलावा आशा हेल्थ वर्कर्स को भी लोगों के घर ये पत्र पहुंचाने का जिम्मा दिया जाएगा। 

क्‍या है आयुष्‍मान स्‍कीम
बता दें कि आयुष्‍मान भारत स्‍कीम की घोषणा बजट 2019 के दौरान की गई थी। इस स्‍कीम के तहत देश के 10 करोड़ परिवारों को 5 लाख रुपए तक के फ्री हेल्थ इंश्योरेंस की सुविधा दी जाएगी। इसमें लगभग सभी गंभीर बीमारियों का ईलाज कवर होगा। कोई भी व्यक्ति (विशेष रूप से महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग) ईलाज से वंचित न रह जाए, इसके लिए स्कीम में फैमिली साइज और उम्र पर कोई सीमा नहीं लगाई गई है। इस स्कीम में हॉस्पिटलाइजेशन से पहले और बाद के खर्च को भी शामिल किया गया है। देश के किसी भी सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में कैशलेस ईलाज कराया जा सकेगा। इस स्‍कीम से लगभग 50 करोड़ लोगों को फायदा पहुंचेगा।
 


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jyoti choudhary

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