डिजिटल ट्रांजैक्शन को सस्ता बनाएगी सरकार: अमिताभ कांत

punjabkesari.in Monday, Dec 19, 2016 - 09:51 AM (IST)

नई दिल्लीः सरकार टैक्स उपायों के जरिए डिजिटल ट्रांजैक्शन को लोगों के लिए सस्ता बनाएगी। इसके जरिए उसका इरादा गुड्स और सर्विसेज के लिए भारतीय लोगों के भुगतान के तौर-तरीकों को बदलना है। नीति आयोग के चीफ एग्जिक्युटिव अमिताभ कांत के मुताबिक, यह नवंबर से शुरू हुई नोटबंदी की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के उपायों का हिस्सा होगा। कांत ने इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी, बेंगलुरु के पूर्व छात्रों के एक सालाना कार्यक्रम के मौके पर यह बात कही।

डिजिटल ट्रांजैक्शंस को बनाया जाएगा सस्ता
उन्होंने कहा, 'हम डिजिटल ट्रांजैक्शंस को कैश ट्रांजैक्शंस से सस्ता बनाएंगे और बाजार की ताकतें इसे अपनाएंगी।' फिलहाल, कैश ट्रांजैक्शंस पर किसी तरह का अतिरिक्त चार्ज नहीं लगता है, जबकि डिजिटल ट्रांजैक्शन पर फीस लगती है। कांत ने कहा, 'सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि डिजिटल ट्रांजैक्शन करने वाले लोगों को टैक्स से जुड़े ‌विभिन्न उपायों के जरिए मदद की जाए। यह अगले कुछ दिनों में होगा। फाइनैंस मिनिस्टर ने कुछ उपायों का ऐलान किया है, लेकिन मुझे पूरा भरोसा है कि बजट में इस संबंध में कई और उपायों का ऐलान किया जाएगा।'

डिजिटल भुगतान करने वालों को मिलेगा इनाम
नीति आयोग ने पिछले हफ्ते डिजिटल ट्रांजैक्शन करने वाले लोगों के लिए कई पुरस्कारों का ऐलान किया था। इनमें एक करोड़ का इनाम भी शामिल था। कांत आईआईटी के छात्रों और पूर्व छात्रों के असोसिएशन की तरफ से आयोजित स्टार्टअप कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने भारतीय स्टार्टअप्स से ग्लोबल मार्कीट को टारगेट करने का अनुरोध किया, ताकि भारत का एक्सपोर्ट बढ़ाया जा सके।

जापान, चीन जैसे देशों ने हासिल की जबरदस्त ग्रोथ
कांत ने जापान, चीन और साउथ कोरिया जैसे देशों का उदाहरण देते हुए कहा कि इन देशों ने विदेशी बाजारों में बिक्री कर जबरदस्त ग्रोथ हासिल की है। कांत ने भारतीय स्टार्टअप संस्थापकों से ग्लोबल ढंग से सोचने की सलाह दी। उन्होंने कहा, 'उबर 500 शहरों में ऑपरेट करती है और टेस्ला सभी ग्लोबल मार्कीट्स में पहुंच रही है...हमारी सभी स्टार्टअप्स साइज और दायरे को लेकर छोटी हैं।'

बड़ी चुनौतियों से निपटने में जुटी सरकार
उन्होंने कहा कि सरकार देश में कुछ समस्याओं को सुलझाने के लिए 'बड़ी चुनौतियों' से निपटने में जुटी है। कांत ने कहा, 'हमने बाकी दुनिया से अलग भारत की हजारों समस्याओं की जड़ में 6 अहम समस्याओं की पहचान की है।' हालांकि, उन्होंने विस्तार इन क्षेत्रों के बारे में नहीं बताया।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News