Petrol-Diesel को लेकर राहतभरी खबर, कम हो सकते हैं दाम!

punjabkesari.in Tuesday, Apr 15, 2025 - 02:49 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः भारत में आयात किए जाने वाले कच्चे तेल की कीमतों में बीते पांच वर्षों की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। फिलहाल भारत को कच्चे तेल के आयात पर औसतन 70 डॉलर प्रति बैरल से भी कम खर्च करना पड़ रहा है। यह पहली बार है जब 2021 के बाद देश को कच्चे तेल के लिए इतना कम भुगतान करना पड़ रहा है। ब्रेंट क्रूड की कीमत 65 डॉलर प्रति बैरल से भी नीचे चली गई। 

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह गिरावट कुछ और समय तक बनी रही, तो इससे आम लोगों को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में राहत मिल सकती है।

पिछले साल के मुकाबले 22% सस्ता हुआ क्रूड ऑयल

एक रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार को भारत ने कच्चा तेल 69.39 डॉलर प्रति बैरल की औसत दर पर आयात किया, जो कि पिछले साल अप्रैल में 89.44 डॉलर प्रति बैरल था यानी एक साल में करीब 22% की कमी आई है। 

आगे और सस्ती हो सकती है कीमत

तेल कंपनियों और सेक्टर के विशेषज्ञों के अनुसार, वैश्विक स्तर पर आर्थिक सुस्ती और ट्रेड वॉर की वजह से मांग घट रही है। इससे आने वाले हफ्तों में क्रूड की कीमतों में और गिरावट देखी जा सकती है। भारत अपने कुल जरूरत का 87% से ज्यादा कच्चा तेल आयात करता है और रिफाइनिंग के कुल खर्च का लगभग 90% हिस्सा कच्चे तेल पर निर्भर करता है।

Goldman Sachs और OPEC का अनुमान

Goldman Sachs ने 2025 के लिए कच्चे तेल की औसत कीमत 63 डॉलर प्रति बैरल रहने का अनुमान जताया है।

वहीं OPEC (तेल निर्यातक देशों का संगठन) ने 2025 और 2026 में दैनिक मांग में 1% की गिरावट का अनुमान जताया है यानी हर साल मांग 1.3 मिलियन बैरल प्रति दिन घट सकती है।

सरकार का रुख और कीमतों में संभावित राहत

केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने 7 अप्रैल को बताया था कि तेल कंपनियों ने 45 दिनों का स्टॉक 75 डॉलर प्रति बैरल की दर से खरीदा है लेकिन जैसे ही कीमतें 60-65 डॉलर प्रति बैरल तक आएंगी, तेल कंपनियों के पास पेट्रोल-डीजल सस्ता करने का विकल्प रहेगा। 
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

jyoti choudhary

Related News