अमेरिका की शिक्षा नीति पर RBI के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन का वार, कहा- होगा बड़ा नुकसान
punjabkesari.in Wednesday, May 28, 2025 - 04:00 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने अमेरिका की उच्च शिक्षा नीति को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने आगाह किया है कि अगर राजनीतिक कारणों से अमेरिका के विश्वविद्यालयों में विदेशी छात्रों की संख्या घटती है, तो इसका गंभीर असर अमेरिका की अर्थव्यवस्था और इनोवेशन पर पड़ेगा।
राजन, जो वर्तमान में शिकागो विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हैं, ने एक इंटरव्यू में कहा कि विदेशी छात्र अमेरिका की तरक्की में हमेशा अहम भूमिका निभाते आए हैं लेकिन मौजूदा नीतियां इस योगदान को खत्म कर सकती हैं।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा, "गूगल के को-फाउंडर सर्गेई ब्रिन एक विदेशी छात्र के तौर पर अमेरिका आए थे और आज वह अमेरिका के सबसे बड़े इनोवेटर्स में गिने जाते हैं।" ब्रिन आज 146 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ दुनिया के टॉप 10 अमीरों में शामिल हैं।
ट्रंप प्रशासन और यूनिवर्सिटीज के बीच विवाद
यह बयान ऐसे समय आया है जब ट्रंप प्रशासन और अमेरिका के शीर्ष विश्वविद्यालयों के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। शुरुआत यहूदी विरोधी घटनाओं को लेकर हुई थी लेकिन अब यह अमेरिकी उच्च शिक्षा प्रणाली की स्वतंत्रता और भूमिका पर सवालों तक पहुंच गया है।
खबरों के मुताबिक, ट्रंप प्रशासन ने अमेरिकी दूतावासों को छात्र वीजा इंटरव्यू रोकने के निर्देश दिए हैं और छात्रों के सोशल मीडिया की जांच को भी कड़ा कर दिया है। इससे विश्वविद्यालयों में डर का माहौल बन गया है।
विदेशी छात्रों की अहम भूमिका
2023-24 में अमेरिका में पढ़ने वाले लगभग 1.9 करोड़ छात्रों में से 11 लाख छात्र विदेशी थे। इनमें सबसे ज्यादा भारत और चीन से आए थे। विदेशी छात्र कुल छात्रों का 5.9% हिस्सा बनाते हैं, लेकिन अमेरिका की इनोवेशन क्षमता और रोजगार सृजन में इनका योगदान कहीं ज्यादा है।
राजन ने कहा कि यदि विदेशी छात्रों के लिए अमेरिका का माहौल असुरक्षित या अनिश्चित हुआ, तो वे दूसरे देशों की ओर रुख कर सकते हैं- जैसे कि निवेशक करते हैं जब उन्हें अनिश्चितता महसूस होती है।