ब्यूटी मार्केट में विदेशी कब्ज़ा, 5 साल में दोगुना हुआ इम्पोर्ट— भारतीय ग्राहक हुए दीवाने
punjabkesari.in Wednesday, Jul 09, 2025 - 11:30 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः भारत में स्किनकेयर और मेकअप प्रोडक्ट्स की मांग तेजी से बढ़ रही है, खासकर अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स के लिए। कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2025 में मेकअप और स्किनकेयर उत्पादों का आयात 171.9 मिलियन डॉलर (करीब ₹1,500 करोड़) तक पहुंच गया है, जबकि यह आंकड़ा FY20 में 80.9 मिलियन डॉलर था यानी पांच साल में इसमें दोगुने से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई।
प्रीमियम ब्यूटी मार्केट में विदेशी ब्रांड्स की बढ़ती भागीदारी
Estee Lauder, Shiseido, Bobbi Brown, Mac और Clinique जैसे इंटरनेशनल ब्रांड्स भारत में अपनी मौजूदगी बढ़ा रहे हैं। इन ब्रांड्स को भारत में मैनेज करने वाली कंपनी Shoppers Stop के अनुसार, देश में हाई-एंड ब्यूटी प्रोडक्ट्स के लिए मजबूत मांग उभर रही है।
शॉपर्स स्टॉप के ब्यूटी चीफ एग्जीक्यूटिव बीजू कासिम ने बताया कि भारतीय ग्राहक अब वैश्विक ब्रांड्स के बारे में ज्यादा जागरूक हैं और वे बेहतर क्वालिटी के प्रीमियम उत्पादों की मांग कर रहे हैं। यही वजह है कि अब चीन, साउथ कोरिया और जापान जैसे देशों से आयात भी तेजी से हो रहा है।
मेकअप और स्किनकेयर उत्पादों का इम्पोर्ट – आंकड़ों में
- लिप मेकअप: ₹61.2 मिलियन डॉलर का इम्पोर्ट, जिसमें चीन अकेले ₹25 मिलियन डॉलर के साथ टॉप पर रहा।
- फेस क्रीम: FY25 में ₹53.6 मिलियन डॉलर का इम्पोर्ट, जो FY20 की तुलना में करीब सात गुना ज्यादा है। चीन, साउथ कोरिया और थाईलैंड प्रमुख आपूर्तिकर्ता हैं।
- आई मेकअप: ₹34.5 मिलियन डॉलर का इम्पोर्ट।
- परफ्यूम: 64.2% की वृद्धि के साथ FY25 में ₹171.1 मिलियन डॉलर का इम्पोर्ट।
भारत बना ब्यूटी सेक्टर का ग्रोथ इंजन
Beiersdorf, Unilever, L'Oréal SA और Shiseido जैसी प्रमुख वैश्विक कंपनियों ने भारत को अपनी ग्रोथ स्ट्रैटेजी में शामिल किया है। इन कंपनियों के अनुसार, भारत की विशाल जनसंख्या और सौंदर्य उत्पादों के प्रति बढ़ता आकर्षण इस क्षेत्र में निवेश को आकर्षित कर रहा है।
लोकलाइजेशन की ओर बढ़ते ग्लोबल ब्रांड्स
जहां कई ब्रांड्स इम्पोर्ट के जरिए भारतीय बाजार में उतर रहे हैं, वहीं कुछ कंपनियां स्थानीय उत्पादन को प्राथमिकता दे रही हैं। L’Oréal India के एमडी असीम कौशिक ने बताया कि कंपनी अपने 95% उत्पाद भारत में ही बनाती है, और कुछ प्रोडक्ट्स का एक्सपोर्ट भी करती है। उन्होंने कहा, “हम इंडियन कंज्यूमर की जरूरतों को समझते हुए कैटेगरी डेवलपमेंट पर फोकस कर रहे हैं।”