अगले दो महीने हवाई यात्रियों पर भारी, जानिए वजह

punjabkesari.in Thursday, Mar 22, 2018 - 05:36 AM (IST)

नई दिल्ली: हर साल अप्रैल और मई में स्कूलों में गर्मियों की छुट्टी होने के बाद लोग घूमने निकलते हैं। ऐसे में विमानन कम्पनियों पर अधिक दबाव होता है लेकिन इस बार यात्रियों पर दोहरी मार पडऩे वाली है। एक तो 14 विमानों की उड़ान पर रोक लगने से कई रूटों पर सीटों की उपलब्धता घट गई है। वहीं, यात्री अधिक होने और सीट कम होने से किराए में अप्रत्याशित वृद्धि होने की आशंका जताई गई है। 

नागरिक विमानन महानिदेशालय (डी.जी.सी.ए.) ने ए 320 नियो विमानों के ईंजन में तकनीकी खराबी होने के वजह से 12 मार्च को उनके उड़ान भरने पर रोक लगा दी है। इसका सीधा असर इंडिगो और गोएयर की उड़ानों पर पड़ा। विमानन कम्पनियों की ओर से 2017 के आखिर में शीतकाल के लिए डी.जी.सी.ए. में जमा समय-सारिणी के मुताबिक इस फैसले से 41 रूट सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। इनमें से भी सबसे अधिक प्रभावित छोटे रूट हैं। ग्रीष्मकालीन समय-सारिणी में विमानों की अनुपलब्धता बने रहने की आशंका है। इसका असर किराए पर भी देखने को मिल रहा है। 

यात्रा डॉट कॉम के मुताबिक दिल्ली-मुम्बई रूट पर इकोनॉमी श्रेणी में 13 मार्च को किराया 15,797 से 26,644 रुपए के बीच था, जबकि सामान्य दिनों में यह 5000 से 8000 रुपए के बीच होता है। हालांकि, अब स्थिति में सुधार है और किराए सामान्य स्तर पर आ गए हैं। इस बीच, यात्रा डॉट कॉम के प्रमुख परिचालन अधिकारी शरत धल का मानना है कि अप्रैल और मई के महीने में किराया सामान्य से 5 प्रतिशत अधिक रह सकता है। 

विकास भी प्रभावित
दो कम्पनियों के 14 विमानों के जमीन पर आने से विमानन क्षेत्र की क्षमता भी प्रभावित हुई है। जानकारों ने कहा कि 12 और 14 मार्च को कुल 66 उड़ानें रद्द हुईं, इससे विमानन क्षेत्र के यात्रियों को ढोने की क्षमता में 2 से 3 प्रतिशत की कमी आई। 

यात्री बेपरवाह
जानकारों का कहना है कि महानगरों और पर्यटन स्थलों के लिए किराए में वृद्धि का असर यात्रियों की संख्या पर नहीं पड़ेगा। बशर्ते अन्तर्राष्ट्रीय स्थलों से सस्ती यात्रा का विकल्प नहीं मिले। घरेलू यात्री अपने पूर्वनिर्धारित कार्यक्रम के तहत ही यात्रा करेंगे। 

प्रभावित रूट
-जम्मू-अमृतसर, जम्मू-जयपुर 
-वाराणसी-हैदराबाद
-दिल्ली-लखनऊ
-लखनऊ-कोलकाता
-हैदराबाद-जयपुर
-हैदराबाद-रायपुर, विशाखापट्टनम
-चेन्नई, कोयम्बटूर-बेंगलूरू


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Punjab Kesari

Recommended News

Related News