आने वाले दिनों में अनिवार्य हो जाएंगे फ्लेक्स-फ्यूल इंजन, नितिन गडकरी का ऐलान

punjabkesari.in Friday, Nov 12, 2021 - 11:11 AM (IST)

मुंबईः केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बृहस्पतिवार को वाहनों में इथेनॉल के उपयोग को अन्य ईंधन के मुकाबले एक लागत प्रभावी और प्रदूषण मुक्त विकल्प के रूप में उपयोग करने पर जोर दिया, और कहा कि आने वाले दिनों में ‘फ्लेक्स-फ्यूल इंजन' अनिवार्य कर दिए जाएंगे। फ्लेक्स-फ्यूल या लचीला ईंधन- गैसोलीन, मेथनॉल या इथेनॉल के संयोजन से बना एक वैकल्पिक ईंधन है। 

पेट्रोल पंपों को इथेनॉल पंपों से बदल सकते हैं
मुंबई में महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक के एक कार्यक्रम में बोलते हुए, गडकरी ने एक रूसी तकनीक का उल्लेख किया, जिसके माध्यम से पेट्रोल और इथेनॉल के ‘कैलोरिफिक वैल्यू' को बराबर किया जा सकता है। यदि ऐसा होता है, तो सभी पेट्रोल पंपों को इथेनॉल पंपों से बदला जा सकता है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने पश्चिमी महाराष्ट्र का जिक्र करते हुए यह कहा, जो क्षेत्र एक प्रमुख गन्ना उत्पादक क्षेत्र है। गौरतलब है कि पुणे में पहले से ही तीन इथेनॉल पंप हैं।

मंत्री ने राज्य सरकार से पश्चिमी महाराष्ट्र में 100 प्रतिशत इथेनॉल पर चलने वाले ऑटो-रिक्शा को अनुमति देने का आग्रह किया। विशेष रूप से, केंद्र सरकार ने बुधवार को वर्ष 2025 तक 20 प्रतिशत डोपिंग (पेट्रोल के साथ इथेनॉल का मिलावट स्तर) हासिल करने के अपने लक्ष्य के तहत दिसंबर से शुरू होने वाले विपणन वर्ष 2021-22 के लिए पेट्रोल में सम्मिश्रण के लिए गन्ने से निकाले गए इथेनॉल की कीमत में 1.47 रुपए प्रति लीटर तक की बढ़ोतरी की। 

फ्लेक्स इंजन बनेंगे अनिवार्य 
पेट्रोल में एथेनॉल के अधिक सम्मिश्रण से भारत को अपने तेल आयात खर्च में कटौती करने में मदद मिलेगी और गन्ना किसानों के साथ-साथ चीनी मिलों को भी लाभ होगा। वाहन निर्माताओं किर्लोस्कर और टोयोटा के प्रतिनिधियों के साथ अपनी हालिया बैठक का जिक्र करते हुए, गडकरी ने कहा, ‘‘उन्होंने फ्लेक्स (लचीले) इंजन वाली कारें तैयार की हैं। फ्लेक्स इंजन का मतलब है जिसमें 100 प्रतिशत पेट्रोल या इथेनॉल का उपयोग किया जा सके। इसे यूरो 6 मानदंडों के हिसाब से बनाया गया है। मैं फ्लेक्स इंजन को अनिवार्य बनाने जा रहा हूं।'' 

गडकरी ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, ‘‘पेट्रोल का इस्तेमाल न करें, ईंधन की बढ़ती कीमतों पर आपको आंदोलन करने की जरूरत नहीं है (इथेनॉल की) कीमत 62 रुपए होगी और यह आयात का एक विकल्प होगा और यह लागत प्रभावी और प्रदूषण मुक्त है।'' हाल के दिनों में ईंधन की कीमतें आसमान छू रही हैं, जिस पर विपक्षी दलों की कड़ी प्रतिक्रिया हुई है। वाहनों के लिए हरित प्रौद्योगिकी के उपयोग पर जोर देते हुए, गडकरी ने कहा कि दिल्ली में एक हरे रंग की हाइड्रोजन कार का उपयोग किया जाएगा। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

jyoti choudhary

Recommended News

Related News