भारत के डायमंड उद्योग पर संकट, 50 हजार से ज्‍यादा कारीगर बेरोजगार

punjabkesari.in Monday, Jun 27, 2022 - 05:33 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से भारत का डायमंड उद्योग बुरी तरह प्रभावित हुआ है। देश में डायमंड उद्योग का प्रमुख केंद्र गुजरात का सूरत शहर है, जहां उद्योगों के ठप होने 50 हजार से ज्‍यादा कारीगर बेरोजगार हो गए हैं। भारत का हीरा उद्योग पूरी तरह आयात पर टिका हुआ है। सूरत में 65 फीसदी रफ डायमंड का आयात सिर्फ रूस से होता है। यूक्रेन के साथ युद्ध के बाद रूस से कमोडिटी का आयात बुरी तरह प्रभावित हुआ, जिसमें हीरे का आयात भी शामिल है। युद्ध के बाद से अब तक देश में रफ डायमंड का आयात 29 फीसदी घट गया है, जिससे 50 हजार से ज्‍यादा कारीगर बेरोजगार हो गए। इन कामगारों के वेतन में भी कटौती की जा रही है।

भारत का रूस से बड़ा आयात
भारत हर साल रूस से करीब 75 हजार करोड़ रुपए का रफ डायमंड आयात करता है। भारतीय रत्‍न एवं आभूषण संवर्द्धन परिषद का कहना है कि आयात किए गए रफ डायमंड को सूरत, उत्‍तरी गुजरात और सौराष्‍ट्र में पॉलिश किया जाता है। उद्योगों के पास रफ डायमंड का पुराना स्‍टॉक अब खत्‍म हो चुका है। आयात भी लगातार घट रहा जिसमें अब तक 29 फीसदी की कमी आ चुकी है। ऐसे में कारखाने बंद होने लगे जिससे 50 हजार से ज्‍यादा कारीगर बेरोजगार हो गए।

अमेरिका हमारा सबसे बड़ा खरीदार
गुजरात में हीरा तराशने और पॉलिश करने की करीब 8,000 यूनिट हैं। यहां पॉलिश किए गए डायमंड अमेरिका, यूएई और हांगकांग में जाते हैं, जिसमें अमेरिका सबसे बड़ा खरीदार है। अगर सिर्फ सूरत की बात करें तो यहां रूस से आयात किए जाने वाले कुल रफ डायमंड का 65 फीसदी आता है। ऐसे में आयात में कमी आने का सबसे ज्‍यादा असर यहां के कारीगरों पर पड़ा है। गुजरात में दुनिया का 90 फीसदी हीरा पॉलिश अथवा तराशा जाता है। यहां से करीब 24 अरब डॉलर का हीरा निर्यात हर साल होता है, जिसमें से 40 फीसदी अमेरिका खरीदता है।
 


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Content Writer

jyoti choudhary

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