आम लोगों को लगने वाला है झटका, महंगे हो जाएंगे आपके पसंदीदा बिस्किट
punjabkesari.in Saturday, Feb 08, 2025 - 12:25 PM (IST)
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बिजनेस डेस्कः एफएमसीजी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने चालू वित्त वर्ष के अंत तक अपने उत्पादों के दाम और बढ़ाने की घोषणा की है। कंपनी गुड डे, मारी गोल्ड और न्यूट्री च्वाइस जैसे लोकप्रिय बिस्किट्स सहित कई खाद्य उत्पाद बेचती है।
ब्रिटानिया ने दिसंबर तिमाही में भी 2% तक दाम बढ़ाए थे और अब लागत में बढ़ोतरी के चलते कीमतों में और इजाफा करने की योजना बनाई है। दरअसल पाम ऑयल, कोको और चीनी जैसी जरूरी वस्तुओं की महंगाई का असर एफएमसीजी कंपनियों पर पड़ रहा है। इससे ब्रिटानिया, हिंदुस्तान यूनिलीवर और नेस्ले इंडिया जैसी कंपनियां अपने मुनाफे का मार्जिन बनाए रखने के लिए कीमतें बढ़ाने पर मजबूर हो रही हैं।
ब्रिटानिया ने अपने पोस्ट-अर्निंग्स कॉन्फ्रेंस कॉल के दौरान निवेशकों को बताया कि बढ़ती महंगाई से निपटने के लिए वित्तीय वर्ष 2025 के अंत तक 4-4.5% तक कीमतें बढ़ाने की योजना बनाई है। कीमतों में चरणबद्ध तरीके से होगी वृद्धि। ब्रिटानिया ने बताया कि तीसरी तिमाही में कुल कीमत वृद्धि 2% रही और आगामी महीनों में अतिरिक्त 4-4.5% की वृद्धि की उम्मीद है। महंगाई और कमजोर मांग के चलते कंपनी वित्तीय वर्ष 2025 में कुल 6-6.5% कीमत वृद्धि का लक्ष्य बना रही है, जिसमें 2-2.5% लागत दक्षता शामिल होगी। हालांकि, कंपनी के प्रबंधन ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि महंगाई बनी रहती है तो वे कीमतों में और बढ़ोतरी करने के लिए तैयार हैं।
मुनाफे में 5% की वृद्धि
ब्रिटानिया ने 31 दिसंबर को समाप्त तिमाही के लिए समेकित शुद्ध लाभ में 5% की वृद्धि दर्ज की। कंपनी का मुनाफा 582 करोड़ रुपए रहा, जो विश्लेषकों के 521 करोड़ रुपए के अनुमान से अधिक था। ब्रिटानिया का तिमाही राजस्व 8% बढ़कर ₹4,593 करोड़ हो गया, जबकि कुल खर्च 9% बढ़कर ₹3,875 करोड़ तक पहुंच गया। हालांकि, शेयर बाजार में ब्रिटानिया के शेयरों में शुक्रवार को 1.70% की गिरावट देखी गई और यह ₹4,872 पर बंद हुए।
महंगाई से निपटने के लिए रणनीति तैयार
ब्रिटानिया के प्रबंधन ने कहा, “जब कीमतें बढ़ती हैं तो वॉल्यूम प्रभावित होता है लेकिन हमें सही कदम उठाने होते हैं। अगर महंगाई का दबाव जारी रहा, तो कीमतों में और बढ़ोतरी की जा सकती है। हम इस स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।” कंपनी का EBITDA मार्जिन 17-18% की मौजूदा सीमा में रहने की उम्मीद है। तीसरी तिमाही के नतीजे अनुमान से बेहतर रहे, क्योंकि कीमतों में बढ़ोतरी से कच्चे माल की लागत में वृद्धि के प्रभाव को कम करने में मदद मिली।