चीन के बैंकों का फंसा कर्ज 220 अरब डॉलर पर पहुंचा

punjabkesari.in Sunday, Feb 26, 2017 - 11:26 AM (IST)

पेइचिंग: केवल भारत में ही नहीं चीन में भी बैंकों का काफी कर्ज समय पर भुगतान नहीं होने की वजह से फंसे कर्ज की श्रेणी में आ गया है। चीन के बैंकों का करीब 220 अरब डॉलर का कर्ज फंस गया है। चीन की सरकारी समाचार एजैंसी शिन्हुआ ने चाइना बैंकिंग एसोसिएशन और पी.डब्ल्यू.सी. की रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि पिछले साल जिन 1,794 बैंकरों से जोखिम प्रबंधन के मामले में पूछताछ की गई उनमें से 90 प्रतिशत ने फंसे कर्ज के दबाव को सबसे बड़ी चुनौती बताया।

ज्यादा कर्ज शहरी ढांचागत परियोजनाओं के लिए लिया गया
रिपोर्ट में कहा गया है कि सबसे ज्यादा कर्ज शहरी ढांचागत परियोजनाओं के लिए लिया गया। इसके बाद चिकित्सा क्षेत्र के कर्ज का नंबर है। प्रांतीय सरकारों की वजह से ज्यादातर कर्ज फंसा है। इन सरकारों ने अपनी प्रगति दिखाने के लिए बढ़चढ़कर ढांचागत परियोजनाओं पर खर्च किया और कर्ज नहीं लौटा पाई। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के एक शीर्ष अधिकारी ने पिछले साल चीन को कंपनियों के बढ़ते कर्ज बोझ की समस्या से निपटने के लिए कदम उठाने को कहा ताकि किसी तरह के नए ऋण बोझ के बुलबुले को फूटने से बचाया जा सके।

फंसे कर्ज के लिए प्रांतीय सरकारें जिम्मेदार
रिपोर्ट के अनुसार फंसे कर्ज की इस राशि के लिए ज्यादातर चीन की प्रांतीय सरकारें जिम्मेदार हैं। प्रांतीय सरकारें ढांचागत सुविधाओं में काफी खर्च कर रही हैं, जिसके लिए बैंकों से काफी कर्ज लिया गया है। पिछले साल के अंत में वाणिज्यिक बैंकों का फंसा कर्ज 1,500 अरब युआन (220 अरब डॉलर) तक पहुंच गया। तीसरी तिमाही में इसमें 18.3 अरब युआन की वृद्धि हुई।


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