नए विवाद में फंसी चंदा कोचर, रुइया ब्रदर्स संग डील पर उठे सवाल

punjabkesari.in Saturday, Jun 02, 2018 - 12:17 PM (IST)

नई दिल्लीः आई.सी.आई.सी.आई. बैंक की एमडी और सीईओ चंदा कोचर पर नए गंभीर आरोप सामने आए हैं। ऐक्टिविस्ट और व्हिसल ब्लोअर अरविंद गुप्ता ने आरोप लगाया है कि एस्सार ग्रुप के रुइया ब्रदर्स को बैंक की ओर से मदद की गई ताकि उनके पति दीपक कोचर के न्यूपावर ग्रुप को 'राउंड ट्रिपिंग' के जरिए इन्वेस्टमेंट हासिल हो सके। 

पीएम नरेंद्र मोदी को 11 मई, 2018 को लिखे पत्र में अरविंद ने आरोप लगाया है कि रुइया ब्रदर्स ने कोचर के पति की कंपनी न्यूपावर की फंडिंग की। रुइया ब्रदर्स ने यह फंडिंग अपने दामाद निशांत कनोडिया और भतीजे अनिरुद्ध भुवालका के जरिए कराई। गुप्ता ने अपने पत्र में लिखा कि यह फंडिंग दिसंबर 2010 से मार्च 2012 के दौरान की गई। कंपल्सरी कन्वर्टिबल प्रिफरेंस शेयरों और इक्विटी शेयर्स की खरीद के जरिए यह राशि न्यूपावर ग्रुप में लगाई गई। बता दें कि करीब 2 साल पहले मार्च 2016 में अरविंद गुप्ता ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर चंदा कोचर के जरिए बैंक और विडियोकॉन ग्रुप में डर्टी डीलिंग के आरोप लगाए गए थे।

क्या होती है राउंड ट्रिपिंग?
कई भारतीय कंपनियां टैक्स चोरी करने के लिए राउंड ट्रिपिंग का रास्ता अपनाती है। इसके तहत कंपनियां एफडीआई का अमाउंट जो बताती है, उसमें से पूरा अमाउंट एफडीआई नहीं होता है। इसके बजाय कंपनियां मॉरिशस के कानून का फायदा उठाकर वहां से अपना पैसा दोबारा एफडीआई के नाम पर भेजती हैं, जिससे वह भारत के साथ-साथ मॉरिशस में भी टैक्स देने से बच जाती हैं।

छुट्टी पर गईं चंदा कोचर
चंदा कोचर हाल में छुट्टी पर चली गई हैं। हाल में बैंक बोर्ड की ओर चंदा कोचर के खिलाफ स्‍वतंत्र जांच के फैसले के तुरंत बाद बाद उनका इस तरह छुट्टी पर जाना कई सवाल खड़े कर रहा है। चंदा कोचर और उनकी फैमली पर आरोप है कि वीडियोकॉन ग्रुप को लोन देने में उन्‍हें निजी तौर पर लाभ हासिल हुआ है। इसी के बाद बैंक ने चंदा के खिलाफ लोन बांटने में ‘कान्फ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्‍ट्र’ और निजी लाभ के लिए काम करने के आरोपों की स्‍वतंत्र जांच कराने का आदेश दिया।

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि उन्‍हें अनिश्चित काल के लिए छुट्टी पर भेज दिया है। चंदा को छुट्टी पर भेजने का फैसला बोर्ड की ओर से लिया गया। हालांकि इसके बाद बैंक बोर्ड ने एक बयान जारी करके साफ कर दिया कि चंदा कोचर को छुट्टी पर जाने के लिए नहीं कहा गया है। वह अपनी सालाना छुट्टी पर गई हैं। यह छुट्टी पहले से ही प्‍लान थी। बोर्ड ने इन अटकलों को भी खारिज कर दिया, जिसमें कहा जा रहा था कि बोर्ड ने चंदा कोचर का उत्‍तराधिकारी नियुक्‍त करने के लिए एक सर्च कमेटी का गठन किया है। 


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jyoti choudhary

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