सरकारी बैंकों में 10 हजार करोड़ रुपए की पूंजी जल्द डाली जाएगी
punjabkesari.in Tuesday, Jul 17, 2018 - 05:29 PM (IST)
नई दिल्लीः सरकार सार्वजनिक क्षेत्र के कुछ बैंकों में उनकी पूंजी जरूरतों को पूरा करने के लिए अगले कुछ दिनों में करीब 10 हजार करोड़ रुपए की पूंजी डालेगी। यह पूंजी पंजाब नेशनल बैंक, कारपोरेशन बैंक और सेंट्रल बैंक आफ इंडिया सहित कुछ अन्य बैंकों में डाली जाएगी। सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
सूत्रों ने बताया कि इनमें से कुछ बैंकों द्वारा अपने बॉंड धारकों को ब्याज का भुगतान करने की वजह से ये बैंक वित्तीय दबाव में आ गए। इसके परिणामस्वरूप ये बैंक नियामकीय पूंजी जरूरतों में असफल रहने के जोखिम में आ गए हैं। सूत्रों का कहना है कि मंत्रालय ने चार-पांच बैंकों को पूंजी उपलब्ध कराने का फैसला किया है जो कि पूंजी की भारी तंगी का सामना कर रहे हैं। ज्यादातर बैंक एटी 1 बॉंड पत्रों के जरिए पूंजी जुटाते हैं। ये बॉंड काफी लंबी अवधि के होते हैं और इन पर निवेशकों को ऊंची दर से ब्याज दिया जाता है। फंसे कर्ज का स्तर बढऩे और बढ़ते घाटे को देखते हुए बैंकों के लिए अपनी खुद की कमाई से इन बॉंड पर ब्याज और अन्य भुगतान करना काफी मुश्किल हो गया है।
सूत्रों ने बताया कि बैंकों में पूंजी डालने का काम इसी सप्ताह और ज्यादा से ज्यादा अगले सप्ताह तक हो जाएगा। पंजाब नेशनल बैंक, सैंट्रल बैंक आफ इंडिया और कारपोरेशन बैंक सहित कुछ अन्य बैंकों में यह पूंजी डाली जा सकती है। बैंकों पूंजी डालने का यह फैसला सरकार के उस निर्णय का हिस्सा है जिसके तहत बैंकों में दो वित्त वर्ष में कुल 2.11 लाख करोड़ रुपए डाले जाने हैं। इसमें से 65,000 करोड़ रुपए की शेष राशि बची हुई है। पूंजी डालने के इस ताजा दौर में 8,000 से 10,000 करोड़ रुपए की पूंजी डाली जा सकती है।
सरकार ने पिछले साल अक्तूबर में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में 2.11 लाख करोड़ रुपए की पूंजी डॉलर की घोषणा की थी। योजना के मुताबिक इसमें से 1.35 लाख करोड़ रुपए बैंकों को पुर्नपूंजीकरण बांड के जरिए और शेष 58,000 करोड़ रुपए बैंकों को पूंजी बाजार से जुटाने हैं। सरकार अब तक 71,000 करोड़ रुपए पुनर्पूंजीकरण बांड के जरिए उपलब्ध करा चुकी है।