कम रह सकता है रेलवे का पूंजीगत व्यय

punjabkesari.in Friday, Jan 20, 2017 - 11:34 AM (IST)

नई दिल्लीः भारतीय रेल का पूंजीगत व्यय 2016-17 के लक्ष्य की तुलना में कम से कम 25,000 करोड़ रुपए कम रह सकता है। इस मामले में जुड़े सुत्रों के मुताबिक रेलवे ने 31 दिसंबर 2016 तक कुल 68,059 करोड़ रुपए खर्च किए थे, जबकि वित्त वर्ष के लिए पूंजीगत व्यय लक्ष्य 1,17,000 करोड़ रुपए रखा गया है। इसका मतलब है कि योजना गत व्यय में 21 प्रतिशत बढ़ा है।

रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, सामान्यता वित्त वर्ष के आखिरी 2 महीनों में गतिविधियां जोर पकड़ती है क्योंकि बजट के चक्र में काम देरी से शुरु होता है। साथ ही मॉनसून के दौरान भी काम सुस्त रहता है। हम उम्मीद करते हैं कि 31 मार्च तक व्यय 85,000-95,000 करोड़ रुपए रहेगा। आर्थिक वृद्धि सुस्त रहने की वजह से रेलवे 25,000 करोड़ रुपए शेष दो महीनों में नहीं जुटा सकती। उन्होंने चालू वित्त वर्ष के पूंजीगत व्यय में गिरावट के बारे में कुछ नहीं कहा। 2013-14 में पूंजीगत व्यय 53,108 करोड़ रुपए और 2014-15 में 64,769 करोड़ रुपए था।  2015-16 में बजट में 1,00,011 करोड़ रुपए का लक्ष्य रखा गया था, जबकि  94,000 करोड़ रुपए का लक्ष्य हासिल किया जा चुका है।

सरकार 2017-18 में रेलवे के इतिहास में सबसे ज्यादा पूंजीगत आवंटन  कर सकती है। पिछले बजट में प्रभु ने कहा था कि परिवहन से कुल प्राप्तियां 1,84,820 करोड़ रुपए रहेंगी, जिसमें से 51,012 करोड़ रुपए यात्री किराए से और 1,17,933 माल ढुलाई से आएंगे।


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