कैट ने सरकार से चीनी सामान के आयात पर ड्यूटी बढ़ाने का किया आग्रह

punjabkesari.in Monday, Aug 24, 2020 - 05:04 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने इस साल की दिवाली को हिंदुस्तानी दिवाली के रूप में मनाने के लिए सरकार से समर्थन मांगा है। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को भेजे गए एक पत्र में कैट ने उनसे चीन से आयात होने वाले विभिन्न सामानों पर कस्टम ड्यूटी में बढ़ोतरी करने का आग्रह किया है, वहीं चीन द्वारा अपने उत्पादों को भारत में भेजने हेतु वैकल्पिक मार्ग को बंद करने, विभिन्न ई-पोर्टल पर प्रत्येक वस्तु के साथ निर्माता देश का अनिवार्य उल्लेख को 1 सितंबर, 2020 से लागू करने तथा 30 अन्य चीनी ऐप्स जो देश की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं पर प्रतिबन्ध लगाने एवं भारत में 5G नेटवर्क में चीनी कम्पनी हुवावे एवं जेडटीई कारपोरेशन पर प्रतिबन्ध लगाने की मांग की है।

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी.सी.भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि आगामी त्योहारों का मौसम जिसमें दिवाली भी शामिल है, निर्विवाद रूप से भारत का सबसे बड़ा त्योहारी उत्सव है। सितंबर से शुरू होने वाले अगले चार महीने हर साल महीने देश में  'क्रय महीने' के रूप में जाने जाते हैं और इसलिए चीनी सामानों की खपत को कम करने और भारतीय सामानों की खरीद को बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकल पर वोकल तथा आत्मनिर्भर भारत को पूरा करने की दिशा में स्थानीय सामान के उपयोग को महत्व देना आवश्यक है।

पीयूष गोयल को लिखे अपने पत्र में कैट ने सुझाव दिया कि भगवान् की मूर्तियां और प्रतिमाएं, इलेक्ट्रिक गुड्स जैसे सजावटी इलेक्ट्रिक बल्ब श्रृंखला, सजावटी सामान, खिलौने, वस्त्र, घरेलू उपकरण, इलेक्ट्रिक और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, कैमरा जैसे उत्पादों पर आयात शुल्क में तार्किक वृद्धि बेहद आवश्यक हैं वहीं सौर ऊर्जा मॉड्यूल, बैटरी और सैल, इनवर्टर, सफाई उपकरण, फर्निशिंग फैब्रिक, फर्नीचर, एल्यूमीनियम के बर्तन और अन्य एल्यूमीनियम के सामान, कागज और स्टेशनरी, सौंदर्य उत्पाद, एफएम-सीजी सामान, उपभोक्ता वस्तुएं और खुदरा व्यापार के अन्य सामानों पर कस्टम ड्यूटी में वृद्धि आवश्यक है।

कैट ने आगे कहा कि चूंकि केंद्र सरकार ने बुनियादी ढांचा, राजमार्ग, रेलवे आदि सहित कई प्रमुख क्षेत्रों में चीनी कंपनियों की भागीदारी को प्रतिबंधित करने के लिए कई असाधारण और अनुकरणीय कदम उठाए हैं जो चीन के लिए एक बड़ा संकेत हैं। "हम मानते हैं कि चीन सीधे भारत को माल निर्यात नहीं करने की एक और रणनीति अपना कर आसियान और सार्क देशों के माध्यम से  चीनी सामान भारत में भेज सकता है। इसलिए ऐसे मार्गों से भारत में चीनी वस्तुओं के आयात को रोकने के लिए भी आवश्यक  कदम उठाने की तत्काल आवश्यकता है। 
 


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jyoti choudhary

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