चीनी सामानों का बहिष्कार, होली पर देश भर में 50,000 करोड़ का कारोबार का अनुमान

punjabkesari.in Saturday, Mar 23, 2024 - 11:03 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः पूरे देश में होली को लेकर उत्साह का माहौल बन गया है। इसके लिए ऑनलाइन मार्केटप्लेस से लेकर मॉल और बाजार सजे हुए हैं। पूरे देश में मनाए जाने वाले इस त्योहार से व्यापार को भी काफी फायदा होने वाला है। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष होली के त्योहारी सीजन में देश भर के व्यापार में लगभग 50 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है जिसके कारण देश भर में 50 हजार करोड़ से ज्यादा के व्यापार का अनुमान है। अकेले दिल्ली में ही यह 5 हजार करोड़ रुपए के व्यापार की संभावना है।

चीन के सामानों का बहिष्कार

पिछले वर्षों की तरह चीनी सामान का न केवल कारोबारियों ने बल्कि आम लोगों ने भी पूर्ण बहिष्कार किया। होली से जुड़े सामान का देश में आयात लगभग 10 हजार करोड़ का होता है जो इस बार बिल्कुल नगण्य रहा है। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल का कहना है कि इस बार होली की त्यौहारी बिक्री में चीन का बने हुए सामान का व्यापारियों एवं ग्राहकों ने बहिष्कार किया है।

बिक रहे भारत में निर्मित सामान

इस बार केवल भारत में ही निर्मित हर्बल रंग एवं गुलाल, पिचकारी, ग़ुब्बारे, चंदन, पूजा सामग्री, परिधान सहित अन्य सामानों की जमकर बिक्री हो रही है वहीं मिठाइयां, ड्राई फ्रूट, गिफ्ट आइटम्स, फूल एवं फल, कपड़े, फर्निशिंग फैब्रिक, किराना, एफएमसीजी प्रोडक्ट, कंज्यूमर ड्युरेबल्स सहित अन्य अनेकों उत्पादों की भी जबरदस्त मांग बाजारों में दिखाई दे रही है। खंडेलवाल ने बताया की इस वर्ष दिल्ली सहित देश भर में भर में बड़े पैमाने पर होली समारोहों का आयोजन हो रहा है जिसके चलते बैंक्वेट हाल, फार्म हाउस, होटलों, रेस्टोरेंट एवं सार्वजनिक पार्कों में होली समारोहों आयोजनों का तांता लगा हुआ है और इस सेक्टर ने दो वर्ष के बाद अच्छा व्यापार के दिन देखे हैं।

पिचकारी से लेकर इनकी डिमांड

खंडेलवाल ने बताया की इस बार बाजार में अलग-अलग तरह की पिचकारी गुब्बारे और अन्य आकर्षक आइटम आए हैं। प्रेशर वाली पिचकारी 100 रुपए से 350 रुपए तक की उपलब्ध है। टैंक के रूप में पिचकारी 100 रुपए से लेकर 400 रुपए तक में उपलब्ध है। इसके अलावा फैंसी पाइप की भी बाजार में धूम मची है। बच्चे स्पाइडर मैन, छोटा भीम आदि को बच्चे खूब पसंद कर रहे है वहीं गुलाल के स्प्रे की मांग बेहद हो रही है। 
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

jyoti choudhary

Recommended News

Related News