किसानों की मदद के लिए एक विश्वविद्यालय की 50 लाख ऑस्ट्रेलियाई डॉलर निवेश की योजना

punjabkesari.in Monday, Dec 03, 2018 - 02:46 PM (IST)

नई दिल्लीः ऑस्ट्रेलिया का वेस्टर्न सिडनी विश्वविद्यालय (डब्ल्यूएसयू) 2022 तक भारतीय किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य पाने में मदद के लिए 50 लाख ऑस्ट्रेलियाई डॉलर निवेश करने की योजना बना रहा है। विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी।

विश्वविद्यालय की योजना किसानों की आय बढ़ाने में शोध एवं नवाचार का लाभ उठाने के लिये देश के विभिन्न कृषि विश्वविद्यालयों के साथ करार करने की है। वेस्टर्न सिडनी विश्वविद्यालय के कुलपति बार्नी ग्लोवर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगले पांच साल में भारतीय किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य तय किया है। हालांकि इस लक्ष्य को पाने में नवाचार एवं विकास की जरूरत होगी तथा किसानों की जमीनी समस्याओं को दूर करना होगा। 

उन्होंने कहा कि डब्ल्सूएसयू ने पर्यावरण में बदलाव के कारण उपस्थित वैश्विक खाद्य संकट से निपटने की योजना के तहत भारतीय कृषि शोध परिषद (आईसीएआर) एवं 13 कृषि विश्वविद्यालयों से हाथ मिलाया है। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएसयू नये शोध एवं विकास का फायदा उठाने के लिए 50 लाख डॉलर निवेश करने की योजना बना रहा है। इससे दीर्घकालीन अवधि में किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा।

ग्लोवर ने एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘भारत और ऑस्ट्रेलिया के समक्ष संरक्षित फसल उद्योग तैयार करने में एक समान चुनौतियां हैं अत: हमारे पास शोध के सवाल भी एक जैसे हैं।’’ उन्होंने कहा कि दोनों देशों का मौसम एक जैसा है। हमारे पास मानसून क्षेत्र हैं, बेहद सूखे क्षेत्र हैं कई मायनों में वृहद कृषि के मामले में हमारी चुनौतियां एक जैसी हैं। हालांकि ग्लोवर ने कहा कि भारत के पास कुछ अतिरिक्त जटिलताएं भी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘99 प्रतिशत भारतीय किसानों के पास पांच हेक्टेयर से भी कम खेत हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘विशेषकर छोटे किसानों की आय दोगुनी करने के लिए सुझाव तैयार करने पर पुणे में काम चल रहा है। ये वैसे किसान हैं जिनके पास एक हेक्टेयर से भी कम खेत है और जो जीने लायक कमाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि मधुमक्खियों को लेकर भी आईसीएआर के साथ काम जारी है।


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jyoti choudhary

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