फिर ''चेतक'' की सवारी करेंगे बजाज!

punjabkesari.in Monday, Aug 03, 2015 - 11:29 AM (IST)

मुंबईः आखिरकार बजाज ऑटो के प्रबंध निदेशक राजीव बजाज एक बार फिर स्कूटर की सवारी करने का मन बना रहे हैं। कंपनी ने 6 साल पहले 2009-10 में अपने आखिरी स्कूटर मॉडल ''क्रिस्टल'' का उत्पादन बंद कर दिया था। राजीव बजाज शुरू से ही मोटरसाइकिल महारथी बनने के लिए स्कूटर पर ब्रेक लगाने की पैरवी करते रहे हैं।  

हालांकि इस कहानी को नया मोड़ देते हुए बजाज ने बताया कि वह स्कूटर कारोबार में एक नई शुरूआत करने के बारे में विचार कर सकते हैं क्योंकि जब कंपनी मोटरसाइकिल कारोबार में अहम जगह बना लेगी तब स्कूटर क्षेत्र कंपनी की वृद्घि में अहम भूमिका निभा सकता है।

एक साक्षात्कार में बजाज ने कहा, ''''इस बात को स्वीकार करने में कोई परेशानी नहीं है कि हमें मोटरसाइकिल कारोबार में सुधार करने की जरूरत है लेकिन आने वाले 5 वर्षों में जब हम देश की दो सबसे बड़ी मोटरसाइकिल कंपनियों में शुमार हो जाएंगे तो आगे स्कूटर कारोबार बहुत अहम साबित हो सकता है।'''' यही वजह है कि कंपनी ने अपने दिग्गज ब्रांड ''चेतक'' को किसी भी तरह के बेजा इस्तेमाल से पूरी तरह सुरक्षित रखा है और भविष्य की योजनाओं के मद्देनजर इसे फिर से पंजीकृत भी करा लिया है। चेतक ही वह ब्रांड था जिसने बजाज को भारत के दोपहिया वाहन क्षेत्र में स्थापित करने में मदद की और 1970 से 1990 के दशक में यह ब्रांड घर-घर तक अपनी पहचान बना ली थी।

चेतक को लेकर किए गए अपने फैसले पर सफाई देते हुए बजाज का कहना है कि जब भी कंपनी स्कूटर बनाना चाहेगी तब अपनी अलग पहचान की वजह से चेतक का इस्तेमाल किया जा सकता है। राजपूत राजा महाराणा प्रताप के घोड़े के नाम पर चेतक की शुरूआत 1972 में की गई थी और लाइसेंस राज के दिनों में स्कूटर बाजार पर चेतक का एकछत्र राज हुआ करता था। एक जमाना था जब चेतक के लिए लोगों को 10 वर्षों तक इंतजार करना पड़ता था और ''हमारा बजाज'' टैगलाइन के साथ इसका प्रचार किया जाता था। आखिरी बार चेतक का उत्पादन वर्ष 2005 में हुआ था। 

हालांकि बजाज का कहना है कि कड़े मुकाबले के बीच मोटरसाइकिल और स्कूटर दोनों ही मुश्किल क्षेत्र हैं। इसलिए एक समय पर एक तरफ ध्यान लगाना ही बेहतर है। बजाज कहते हैं, ''वैश्विक मोटरसाइकिल बाजार में पहले या दूसरे पायदान पर पहुंचने के बाद हम स्कूटर के क्षेत्र में हाथ आजमाने के बारे में सोच सकते हैं।'' बजाज का यह सपना फिलहाल दूरी की कौड़ी ही नजर आता है क्योंकि वैश्विक बाजार में फिलहाल बजाज चौथे पायदान पर है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News