सूरज से मिलेगी अब 1 लाख मैगावॉट बिजली

punjabkesari.in Monday, Apr 20, 2015 - 11:05 AM (IST)

नई दिल्लीः केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार अगले तीन महीने में 10,000 मैगावॉट की सौर ऊर्जा परियोजनाएं आवंटित कर 1 लाख मैगावॉट की अपनी महत्त्वाकांक्षी सौर बिजली योजना शुरू करने जा रही है।
 
इस योजना के तहत 2022 तक सरकार ने 1 लाख मैगावॉट सौर बिजली उत्पादन क्षमता हासिल करने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए एनटीपीसी करीब 6,000 मैगावॉट क्षमता के बिजली संयंत्र लगाएगी। सौर ऊर्जा निगम 2,500 मैगावॉट क्षमता के संयंत्र लगाएगा और मध्य प्रदेश में भी करीब 2,500 मैगावॉट के सौर ऊर्जा संयंत्र लगाए जाएंगे। शेष सौर ऊर्जा पार्क बाकी राज्यों में लगाए जाएंगे।
 
नवीन एवं अक्षय ऊर्जा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एनटीपीसी 3,300 मैगावॉट क्षमता की परियाजनाएं स्वयं ही स्थापित करेगी। बाकी 3,000 मैगावॉट के लिए निविदाएं वह पॉवर बंडलिंग योजना के तहत जारी करेगी। 
 
अधिकारी ने कहा, ''एनटीपीसी की अगले छह साल में 25,000 मैगावॉट सौर ऊर्जा क्षमता विकसित करने की योजना है। इसमें से 10,000 मैगावॉट की क्षमता वह खुद तैयार करेगी। बाकी क्षमता के लिए वह निजी कंपनियों को निविदा जारी करेगी और इस्तेमाल नहीं हो रही सौर ऊर्जा क्षमता को एक साथ लाकर औसत दर पर बिजली बेचेगी।''
 
एनटीपीसी की योजना में 2 सौर ऊर्जा पार्क भी शामिल हैं। इनमें से एक आंध्र प्रदेश के अनंतपुर में 1,500 मैगावॉट क्षमता का पार्क होगा और दूसरा पार्क 1,000 मैगावॉट क्षमता का होगा, जो तमिलनाडु के कुन्नूर में बनाया जाएगा। इस संबंध में भूमि हासिल करने और पारेषण के लिए निविदा जारी करने के वास्ते मंजूरी हासिल कर ली गई हैं। संयंत्र तैयार करने का ठेका उन्हीं कंपनियों को दिया जाएगा, जो कम से कम कीमत पर बिजली बेचने को तैयार होंगी।
 
भारतीय सौर ऊर्जा निगम नवीन एवं अक्षय ऊर्जा मंत्रालय के पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई है। निगम संभवत: अगले महीने तक 2,000 मैगावॉट की सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए निविदा जारी करेगा। निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ''करीब एक पखवाड़े में यह कैबिनेट के पास पहुंचेगा। सभी योजनाएं तैयार हैं और मंजूरी मिलते ही सौर ऊर्जा परियोजनाओं को स्थापित करने की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी।''
 
सौर ऊर्जा निगम मध्य प्रदेश सरकार के साथ साझा उपक्रम भी बनाने जा रहा है, जिसके तहत किसी स्थान पर 750 मैगावॉट का देश का पहला सौर अल्ट्रा मैगा बिजली संयंत्र स्थापित किया जाएगा। मध्य प्रदेश के अक्षय ऊर्जा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह परियोजना रीवा में स्थापित की जाएगी। इसके तहत चरणबद्ध तरीके से 250 मेगावॉट अथवा 500 मैगावॉट के संयंत्र लगाए जाएंगे जिसकी शुरुआत मई से हो सकती है।
 
बहरहाल देश की सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता फिलहाल 3,382 मैगावॉट है और सौर ऊर्जा मिशन के तहत करीब 1,112 मेगावॉट के संयंत्र चालू हो चुके हैं। केंद्र की राजग सरकार पूर्ववर्ती संप्रग सरकार की प्रमुख सौर ऊर्जा योजना जवाहरलाल नेहरू सौर ऊर्जा मिशन के लक्ष्यों में 5 बार संशोधन कर चुकी है। मौजूदा सरकार ने 2022 तक 1 लाख मैगावॉट की सौर बिजली उत्पादन क्षमता हासिल करने का लक्ष्य रखा है।

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