मुंबई में अप्रैल में स्टाम्प शुल्क संग्रह 840 करोड़ रुपए के साथ दशक के उच्चतम स्तर पर: नाइट फ्रैंक

punjabkesari.in Saturday, Apr 29, 2023 - 12:40 PM (IST)

मुंबईः मुंबई महानगर क्षेत्र में अप्रैल 2023 में कुल 9,867 अचल (आवासीय एवं गैर आवासीय) सम्पत्तियों के पंजीकरण कराए गए जिनसे राज्य सरकार को 840 करोड़ करोड़ रुपए का स्टाम्प शुल्क प्राप्त हुआ। यह जानकारी रियल एस्टेट कंसल्टेंसी कंपनी नाइट फ्रैंक इंडिया की एक ताजा रिपोर्ट में दी गई है।

शुक्रवार को जारी इस रिपोर्ट के अनुसार बृहन्मुंबई महानगर क्षेत्र में प्रॉपर्टी पंजीकरण पर स्टाम्प शुल्क संग्रह का पिछले 10 वर्षों का अप्रैल महीने का रिकॉर्ड है। रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल में पंजीकृत कराई गई कुल संपत्तियों में से पंजीकृत 83 प्रतिशत आवासीय और 17 प्रतिशत गैर-आवासीय संपत्तियां हैं। रिपोर्ट के अनुसार राजस्व में वृद्धि स्टाम्प शुल्क दर में वृद्धि और उच्च-मूल्य वाली संपत्तियों के लेनदेन में वृद्धि के कारण हुई है। अप्रैल 2023 में दैनिक औसत संपत्ति पंजीकरण 352 इकाइयां रहा। इस मामले में यह अप्रैल 2022 के बाद पिछले दस वर्षों में दूसरा सबसे अच्छा अप्रैल रहा। 

हालांकि, अप्रैल 2023 में कुल पंजीकरण 9,867 था जो एक साल पहले इसी माह से 16 प्रतिशत कम है। नाइट फ्रैंक के अनुसार यह गिरावट मोटे तौर पर दो कारणों से दिखी जिसमें एक कारण अप्रैल 2022 की ऊंची संख्या से तुलना का प्रभाव है, दूसरे पिछले 10 में से आठ वर्षों में अप्रैल के महीने में मार्च के मुकाबले पंजीकरण में गिरावट का रुझान देखा गया है। 

नाइट फ्रैंक इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा, ‘‘स्टाम्प शुल्क में वृद्धि, ब्याज दरों में लगातार वृद्धि और बाजार में कीमतों में लगातार वृद्धि के बावजूद मुंबई की घर खरीदने की भूख मजबूत बनी हुई है। अप्रैल 2013-23 के 10 वर्षों में, मुंबई ने 800,000 संपत्तियों की बिक्री दर्ज की है। इनमें से 40 प्रतिशत सम्पत्तियों (अनुमानित 318,000 यूनिट) का पंजीकरण सितंबर 2020 से किराय गया है जब कि सरकार की ओर से स्टैंप ड्यूटी में रियात का उत्प्रेरक तत्व पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि स्टाम्प शुल्क की दर को पुन: ऐतिहासिक छह प्रतिशत उच्च स्तर तक बढ़ाए जाने के बावजूद अब भी सम्पत्तियों के लेनदेन की रफ्तार बनी हुई है। मुंबई में अप्रैल 2022 से अप्रैल 2023 के बीच 128,427 संपत्तियों का पंजीकरण हुआ जो पिछले 10 वर्षों में पंजीकृत सभी संपत्तियों का लगभग 16 प्रतिशत है। 


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Content Writer

jyoti choudhary

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