हाऊसिंग प्रॉजैक्ट्स पूरे करने के लिए तरीके तलाश रहे बिल्डर

punjabkesari.in Friday, Jun 10, 2016 - 03:04 PM (IST)

नई दिल्लीः फंसे हुए प्रॉजैक्ट्स कुछ बिल्डर्स जान डालने के नए तरीके तलाश रहे हैं। नोएडा में बिल्डर आम्रपाली पैसे की कमी और मुकद्दमेबाजी के चलते फंस गए अपने कई प्रॉजैक्ट्स में टावरों का बाकी काम पूरा करने के लिए थर्ड पार्टी कॉन्ट्रैक्टर्स से हाथ मिला रहा है। 

 

ऐसी डील में कॉन्ट्रैक्टर एक ग्रुप में 4-5 टावर्स लेगा और कंस्ट्रक्शन शुरू करने के लिए अपनी ओर से शुरूआती पैसा लगाएगा और उस स्टेज तक ले जाएगा, जहां से कंस्ट्रक्शन लिंक्ड पेमेंट होम बायर्स से लेने की स्थिति बन जाए। आम्रपाली में एग्जिक्युटिव डायरेक्टर शिवप्रिया ने कहा, ''''हमने नोएडा में लगभग 50 टावर पूरे करने के लिए 10 कॉन्ट्रैक्टर्स से हाथ मिलाया है।'''' उन्होंने कहा, ''''प्रॉजैक्ट्स पूरे होने पर उन्हें रेग्युलर फीस के अलावा हमारे प्रॉफिट में एक हिस्सा भी मिलेगा।'''' 

 

बैंगलूर में एस्सार ग्रुप की रियल्टी यूनिट इक्विनॉक्स ने हाल में हेब्बल में 8 एकड़ के अंडर-कंस्ट्रक्शन प्रॉजैक्ट वॉटर्स एज को लोकल डिवेलपर एसएनएन बिल्डर्स को 490 करोड़ रुपए में बेचा। इसमें कस्टमर लायबिलिटीज भी शामिल हैं। एसएनएन के डायरेक्टर नितिन अग्रवाल ने कहा कि पहले के कस्टमर्स को वाजिब समय पर डिलीवरी देने के अलावा, ''''हमें नए बायर्स को सेल करने के लिए इस प्रॉजैक्ट को आकर्षक भाव पर रि-लांच भी करना होगा।''''

 

प्रॉपर्टी कंसल्टंसी जे.एल.एल. इंडिया के कंट्री हेड अनुज पुरी ने कहा कि बिल्डर्स उन प्रॉजैक्ट्स को अलग कर रहे हैं, जिन्हें वे पूरा कर पाने की स्थिति में नहीं हैं। 2 सूत्रों ने बताया कि नोएडा का जेपी ग्रुप भी नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर जेपी विश टाउन में अंडर-कंस्ट्रक्शन प्रॉजैक्ट्स को बेचने के लिए कुछ बिल्डर्स और फंड्स से बातचीत कर रहा है। 

 

पिछले सप्ताह मुंबई के कनकिया ग्रुप ने मुंबई के कंजरमार्ग उपनगर में विंडसर रियल्टी से 2.5 एकड़ जमीन खरीदी थी क्योंकि विंडसर निर्माण कार्य नहीं बढ़ा पा रही थी। कनकिया ग्रुप के चेयरमैन राशेश कनकिया ने कहा, ''''परमिशंस लेने में बहुत वक्त लगता है। इस मामले में फायदा यह है कि अप्रूवल से जुड़े जोखिम बेहद कम हैं।''''


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