अगले साल रिकॉर्ड पर पहुंच सकता है खाद्यान्न उत्पादन

punjabkesari.in Wednesday, Dec 21, 2016 - 02:22 PM (IST)

नई दिल्ली: दो निरंतर वर्ष के सूखे के बाद बेहतर मानसून रहने के कारण वर्ष 2016-17 के दौरान कृषि उत्पादन में फिर तेजी लौटने और उत्पादन रिकॉर्ड स्तर यानी 27 करोड़ टन हो जाने की उम्मीद है लेकिन नोटबंदी और बिक्री से कम मूल्य प्राप्ति की मार से किसानों को निजात मिलती नहीं दिख रही है। चालू वित्तवर्ष में कृषि क्षेत्र वृद्धि दर बढ़कर करीब 5 प्रतिशत होने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष 1.2 प्रतिशत ही थी। 

अधिक वृद्धि दर का अनुमान देश के अधिकांश हिस्सों में बेहतर मानसून के कारण 13.5 करोड टन के रिकॉर्ड खरीफ खाद्यान्न उत्पादन तथा चालू रबी सत्र में भारी उत्पादन होने की संभावना है। कृषि सचिव शोभना पटनायक ने एक साक्षात्कार में बताया, 'वर्ष के दौरान कृषि क्षेत्र ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। हमने सूखे के वर्षों का सामना करने के बाद बेहतर मानूसन देखा है। सामान्य तौर पर खरीफ उत्पादन काफी अच्छा रहा है और रबी बुवाई भी बेहतर है। हमें इस वर्ष भारी उत्पादन होने की पूरी उम्मीद है।'

हालांकि कृषि विशेषज्ञों ने कुछ नोटों को चलन से बाहर करने के रबी फसल के उत्पादन पर पडऩे वाले प्रभाव और संभावित रूप से सर्दियां कम रहने से गेहूं के उत्पादन पर होने वाले प्रभावों के बारे में चिंता जताई है। वहीं सचिव ने कहा कि सरकार फसल वर्ष 2016-17 के लिए अपने लक्ष्य को कम करने नहीं जा रही है। उन्होंने कहा, 'हमारी 27 करोड़ टन खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य हासिल करने की योजना है जबकि हमारा पिछला सबसे अधिक उत्पादन फसल वर्ष 2013-14 (जुलाई-जून) में 26 करोड़ 50.4 लाख टन का हुआ था।' 
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News