शेल कंपनियों पर कार्यवाही होगी और तेज

punjabkesari.in Saturday, Aug 19, 2017 - 04:04 PM (IST)

नई दिल्लीः संदिग्ध शेल कंपनियों पर एक्शन और तेज होने की उम्मीद है। जानकारी के अनुसार गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एस.एफ.आई.ओ.) और आयकर विभाग ने वित्त मंत्रालय की फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट (एफ.आई.यू.) को 16,000 से ज्यादा शेल कंपनियों की लिस्ट सौंपी है।

लिस्ट में शामिल 16500 से ज्यादा कंपनियां
जानकारी के अनुसार एफ.आई.यू. को 16,794 संदिग्ध शेल कंपनियों की जानकारी दी गई है। इस लिस्ट में 700 से ज्यादा रियल एस्टेट कंपनियां शामिल हैं, जबकि 400 कमोडिटी ब्रोकिंग कंपनियां भी लिस्ट में शामिल हैं। संदिग्ध शेल कंपनियों पर मनी लॉन्ड्रिंग और टैक्स चोरी के आरोप हैं।
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क्या होती हैं शेल कंपनियां
शेल कंपनियों के जरिए ब्‍लैक मनी को व्‍हाइट किया जाता है और टैक्स को पूरी तरह से बचाने या कम से कम रखने की कोशिश की जाती है। अधिकांश मामलों में इन कंपनियों का कारोबार सिर्फ कागजों पर चलता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक शेल कंपनियों का रजिस्ट्रेशन सामान्य कंपनियों की तरह होता है। सामान्य कंपनियों की तरह इनमें डायरेक्टर्स होते हैं। साथ ही रिटर्न भी फाइल किया जाता है। 

 


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