PMEGP के तहत रोजगार सृजन में आई 10 फीसदी कमी: Assocham

punjabkesari.in Monday, May 01, 2017 - 04:23 PM (IST)

नई दिल्लीः देश के शहरी और ग्रामीण इलाकों में स्व रोजगार, अतिलघु एवं लघु उद्यमों को बढ़ावा देने के उद्देश्य के साथ वर्ष 2008 में शुरु किए गए प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पी.एम.ई.जी.पी.) के तहत रोजगार सृजन में पिछले वर्ष करीब 10 फीसदी की कमी आई है। उद्योग संगठन एसोचैम द्वारा सूक्ष्य, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के अध्ययन के आधार पर जारी रिपोर्ट के अनुसार पी.एम.ई.जी.पी. के तहत देश भर में वर्ष 2014-15 के दौरान तीन लाख 58 हजार रोजगार का सृजन हुआ जबकि 2015-16 में यह संख्या घटकर तीन लाख 20 हकाार हो गई।

सबसे ज्यादा रोजगार सृजन उत्तर प्रदेश में हुआ
पिछले एक साल में करीब चार हजार परियोजनाओं में भी कमी आई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2014-15 में पी.एम.ई.जी.पी. के तहत 48 हजार 100 परियोजनाएं शुरु की गईं, जबकि 2015-16 में 44 हजार 300 परियोजनाएं ही शुरु की गईं। वित्त वर्ष 2015-16 में पी.एम.ई.जी.पी. के तहत सबसे अधिक 43,000 रोजगार का सृजन उत्तर प्रदेश में हुआ लेकिन यह संख्या भी वित्त वर्ष 2014-15 में सृजित 48,600 रोजगार से 11 प्रतिशत से अधिक कम है। तमिलनाडु, महाराष्ट्र, बिहार और ओडिशा में भी यही हाल है।

PMEGP एक प्रभावी योजना
एसोचैम के महासचिव डी.एस. रावत के मुताबिक ग्रामीण और शहरी इलाकों में सतत रोजगार के सृजन के लिहाज से पी.एम.ई.जी.पी. एक प्रभावी योजना है लेकिन बैंकों और अन्य संस्थानों को इस कार्यक्रम के लक्ष्य की पूर्ति के लिए संयुक्त प्रयास करने होंगे। रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2014-15 के मुकाबले 2015-16 में सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों के लिए क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट के तहत अनुमोदित प्रस्तावों की संख्या में बढ़ौतरी दर्ज की गई है और इनकी संख्या चार लाख से बढ़कर 5.1 लाख हो गई। हालांकि इस योजना के तहत अनुमोदित राशि में मात्र एक साल के दौरान छह फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की गई। वित्त वर्ष 2014-15 में कुल 21,200 करोड़ रुपए की राशि मान्य की गई थी लेकिन 2015-16 में यह घटकर 19,900 करोड़ रुपए हो गई।
 


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