क्यों देश मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री देखना चाहता है

punjabkesari.in Thursday, May 02, 2024 - 05:36 AM (IST)

दो बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनने के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जनसंघ के जमाने से घोषणा पत्र में शामिल और देश की जनता से किए सभी वादों को पूरा किया। अपने दूसरे कार्यकाल के पहले संसद सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अगस्त 2019 को धारा 370 समाप्त कर दी। इसी मानसून सत्र में ही समान नागरिक संहिता की दिशा में कदम आगे बढ़ाया गया। तीन तलाक को दंडनीय अपराध बनाया गया और मुस्लिम माताओं-बहनों को इस काले कानून से मुक्ति दिलाई। नागरिकता संशोधन कानून-2019 को लागू किया गया। एक तरह से महात्मा गांधी के विचार को साकार किया गया। अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ। 22 जनवरी, 2024 को भाजपा ने अपना वादा पूरा किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा हुई। 

स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह पहला लोकसभा का चुनाव है, जब देश ही नहीं, पूरे विश्व ने यह मान लिया है कि नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। जनता कह रही है, मोदी की गारंटी ने देश के विश्वास को जितने का काम किया है। पिछले 10 वर्षों में  देश के 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर लाया गया। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले भारत 11वें नंबर की अर्थव्यवस्था थी, ब्रिटेन और फ्रांस को पीछे छोड़ भारत आज दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर तेजी से अग्रसर है। मनमोहन सिंह की यू.पी.ए. सरकार के समय 2013-14 में देश का बजट 16.65 लाख करोड़ था, जो कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बढ़कर 2024-25 में 50 लाख करोड़ हो गया है। 50 करोड़ से अधिक गरीबों के जन-धन खाते खुलवाए गए, स्वच्छता अभियान के तहत 11 करोड़ परिवारों के लिए शौचालय बनवाए गए हैं, पी.एम. आवास योजना के तहत 4 करोड़ गरीबों को पक्के घर प्रदान किए गए हैं। पी.एम. आवास योजना के तहत ज्यादातर मकान महिलाओं के नाम पर पंजीकृत हैं। 

जल जीवन मिशन योजना के माध्यम से देश के 14.45 करोड़ से अधिक ग्रामीण घरों में नल से जलापूर्ति की गई है। आयुष्मान भारत योजना के तहत गरीबों को 5 लाख की मुफ्त चिकित्सा सुविधा दी गई है। इस योजना के दायरे में 70 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों को लाए जाने की घोषणा की गई है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से देश के करीब 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मिल रहा है। उज्ज्वला योजना के तहत जहां 11 करोड़ से अधिक महिलाओं को गैस सिलैंडर प्रदान कर, उनके जीवन को धुआं मुक्त बनाया गया है, वहीं विशेषकर ग्रामीण महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा गया है। 

स्टार्टअप और स्टैंडअप योजना के तहत करोड़ों युवाओं को रोजगार मिला है। रोजगार की तलाश करने वाले आज रोजगार देने वाले बन रहे हैं। स्किल इंडिया के तहत करोड़ों युवाओं का कौशल विकास किया गया है और इस प्रकार लाखों परिवार का आॢथक सशक्तिकरण हुआ है। करोड़ों लोगों को उद्यमी बनाने का काम मुद्रा योजना ने किया है और इसकी सफलता को देखते मुद्रा लोन की राशि को 10 लाख से 20 लाख किए जाने की घोषणा की गई है। पी.एम. स्वनिधि योजना के तहत रेहड़ी-पटरी चलाने वालों को ब्याजमुक्त लोन देकर उनकी चिंता की गई है। 

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत देश के 10 करोड़ से अधिक छोटे और सीमान्त किसानों को आॢथक सहायता दी जा रही है। किसानों की आय दोगुनी करने और स्वामीनाथन आयोग के सुझावों के अनुरूप उनके उपज को उचित मूल्य मिले, इसके लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। पिछले 10 वर्षों में लगभग 18 लाख करोड़ रुपए एम.एस.पी. के रूप में धान और गेहूं की खेती करने वाले किसानों को मिले हैं। गांवों में पौने 4 लाख किलोमीटर नई सड़कें बनी हैं। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 1300 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प हो रहा है। वंदे भारत और बुलेट ट्रेन चलाई गई हैं।  पिछले 10 वर्षों मेंए देश में नेशनल हाईवे की लंबाई 90 हजार किलोमीटर से बढ़कर 1 लाख 46 हजार किलोमीटर हो गई है। फोर-लेन नैशनल हाईवे की लंबाई ढाई गुना बढ़ी है। देश में एयरपोटर््स की संख्या 74 से दोगुनी बढ़कर 149 हो गई है। 

2014 तक सिर्फ 5 शहरों में मैट्रो कनैक्टिविटी थी, अब देश के 18 शहरों में मैट्रो की सुविधा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हर हफ्ते एक नए विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया जाता है और पिछले एक दशक से प्रतिदिन दो नए कॉलेज स्थापित किए जा रहे हैं। देश एक प्रकार से आज सांस्कृतिक पुनर्जागरण के काल में है। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण और काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, उज्जैन में महाकाल लोक, केदारनाथ सौंदर्यीकरण, चार धाम परियोजना इसकी मिसाल हैं। विदेशों से मूर्तियां वापस लाई गईं, अनेकों मंदिरों व विरासत स्थलों का जीर्णोद्धार हुआ। 

चंद्रयान से गगनयान की यात्रा, विश्व में भारत का मस्तक ऊंचा हुआ। सैन्य ताकत को बढ़ाना, सेना को अत्याधुनिक सुविधाएं और साजो-सामान मुहैया कराया जाता है। देश की रक्षा शक्ति को मजबूत करना और मां भारती की सेवा में लगे जवानों का मान-सम्मान उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। पुलवामा में आतंकी हमले के 13वें दिन बालाकोट एयरस्ट्राइक द्वारा आतंकवादियों की तेरहवीं कर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने पाकिस्तान ही नहीं दुनिया को स्पष्ट संदेश दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निडरता, निर्भीकता, कठोरता के प्रतीक तो हैं ही, साथ-साथ संवेदनशीलता, आत्मीयता और उदारता के भी प्रतीक हैं। कोरोना के दौरान जिस प्रकार उन्होंने देश को भी संभाला और दुनिया की भी चिंता की, यह इस बात का प्रमाण है। आज वैश्विक संकट के दौर में दुनिया उनकी तरफ देख रही है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री उन्हें बॉस कहते हैं, तो अमरीका के राष्ट्रपति विश्व मंचों पर उनसे मिलने के लिए बेताब रहते हैं। 

परिवारवाद और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देकर देश को खोखला बनाने और सामाजिक न्याय के नाम पर देश की जनता के साथ अन्याय करने वाले विपक्ष व इंडी गठबंधन के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भ्रष्टाचार और आरक्षण खत्म करने का आरोप लगाकर देश की जनता को गुमराह नहीं कर सकते। नरेंद्र मोदी ने राजनीतिक पार्टी और नेताओं पर लोगों के खोए हुए विश्वास की वापसी की है। नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने का निर्णय देश के जनमानस ने बहुत पहले ले लिया था।-प्रभात झा(पूर्व सांसद एवं भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष)


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