भाजपा के द्वार पर शिवपाल यादव!

punjabkesari.in Saturday, May 20, 2017 - 11:42 PM (IST)

अभी पिछले दिनों अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव भाजपाध्यक्ष अमित शाह से मिलने पहुंचे। सूत्रों का दावा है कि इन दोनों के बीच 2019 के चुनाव के संदर्भ में एक निर्णायक बातचीत हुई। कयास लगाए जा रहे हैं कि 2019 के आम चुनाव के ऐन पहले शिवपाल यादव अपने मोर्चा/पार्टी का विलय भाजपा में कर सकते हैं। भाजपा की रणनीति है कि वह शिवपाल के पुत्र आदित्य को अखिलेश की पत्नी डिम्पल यादव के समक्ष कन्नौज से चुनावी मैदान में उतारेगी, अगर डिम्पल की जगह अखिलेश भी चुनावी मैदान में उतरे तो उनका सामना भी अपने चचेरे भाई से हो सकता है। 

कहते हैं इसके बाद शिवपाल को प्रस्ताव दिया गया कि वह भाजपा की टिकट पर मैनपुरी से चुनाव लड़ लें पर शिवपाल ने अपने बड़े भाई मुलायम सिंह के खिलाफ चुनाव लडऩे से साफ मना कर दिया। फिर शिवपाल ने प्रस्ताव दिया कि अगर भाजपा चाहे तो वह ऐटा से चुनाव लडऩे को तैयार हैं, क्योंकि वहां यादवों की एक बड़ी आबादी है। माना जाता है कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व इस प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार-विमर्श कर रहा है क्योंकि यह घोषित तौर पर कल्याण सिंह के कोटे वाली सीट है,जहां से फिलवक्त कल्याण के बड़े बेटे राजवीर सिंह सांसद हैं। चूंकि भाजपा ने कल्याण सिंह के पोते संदीप सिंह को यू.पी. की योगी सरकार में मंत्री बना दिया है, सो मुमकिन है कि ‘एक परिवार से एक’ की दुहाई देकर राजवीर का टिकट काट दिया जाए, यानी ऐटा से शिवपाल के नाम को एक तरह से भगवा झंडी है। 

जब अमिताभ के घर भोजन पर पधारे भागवत
यह पखवाड़े भर पहले की बात है, भगवा ध्वज के सबसे बड़े सिरमौर मोहन भागवत बॉलीवुड के सबसे बड़े ‘आयकन’ अमिताभ बच्चन के निमंत्रण पर मुम्बई उनके घर भोजन के लिए पधारे। सूत्र बताते हैं कि अमिताभ व जया ने अपने घर संघ प्रमुख की पूरी आवभगत की, उन्हें पूरा सम्मान दिया, कहते हैं बिग बी ने संघ प्रमुख के चरणस्पर्श कर उनका आशीर्वाद लिया। उसके बाद जया संघ प्रमुख को मुम्बई एयरपोर्ट छोडऩे गईं और काफी समय उन्होंने एयरपोर्ट लाऊंज में संघ प्रमुख के साथ गुजारा। जब उसी वक्त लाऊंज में मुम्बई के एक स्थानीय सांसद (जो पुराने स्वयंसेवक भी हैं) दाखिल हुए तो जया ने भागवत से इजाजत ले ली।

इसके कुछ दिन बाद एक संसदीय कमेटी की मीटिंग में हिस्सा लेने के लिए जया दिल्ली पधारीं तो उनसे उस बैठक में यू.पी. से ताल्लुक रखने वाले एक केन्द्रीय मंत्री टकरा गए, मंत्री जी ने जया से पूछा-‘हमारे सर संघचालक से मिल कर आप लोगों को कैसा लगा?’ इस पर जया ने संघ प्रमुख की सादगी, मृदुभाषिता आदि की तारीफों के पुल बांध दिए। फिर बातों-बातों में जया ने मंत्री जी से कहा कि, ‘‘अमित जी ने अपना पूरा जीवन राष्ट्र की सेवा में अर्पित कर दिया है, अब राष्ट्र को भी उनके बारे में कुछ सोचना चाहिए।’ मंत्री जी मजमून भांप गए और उन्होंने छूटते ही कहा-‘क्या अमित जी देश के अगले राष्ट्रपति हो सकते हैं।’ कहते हैं जया ने इस पर कुछ नहीं बोला पर उनकी आंखों में एक चमक की लकीर जरूर कौंध गई।

रतन टाटा भी राष्ट्रपति पद की रेस में 
हालांकि नए राष्ट्रपति को लेकर कहते हैं प्रधानमंत्री और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने अपना मन बना लिया है और इस बारे में संघ के शीर्ष नेतृत्व की सहमति भी हासिल कर ली गई है, विश्वस्त सूत्रों का दावा है कि अगले राष्ट्रपति के तौर पर एन.डी.ए. की संभावित उम्मीदवार लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन या फिर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज हो सकती हैं। 

अगर सुषमा स्वराज के स्वास्थ्य ने उनका साथ दिया तो वह गंभीर उम्मीदवार के तौर पर उभर सकती हैं, नहीं तो सुमित्रा महाजन का नाम एक तरह से तय माना जा रहा है। फिर भी रतन टाटा व अमिताभ बच्चन जैसे दिग्गजों ने उम्मीद नहीं छोड़ी है। कहते हैं पिछले कुछ दिनों में कम से कम 4 बार रतन टाटा पी.एम. से मिले हैं। यह भी माना जाता है कि सायरस मिस्त्री ने जब एक तरह से ममता बनर्जी से हाथ मिला लिया तो पी.एम. के चाहने पर ही रतन टाटा ने मिस्त्री को कम्पनी से बाहर का रास्ता दिखाया, अब बारी प्रतिदान की है। 

हाथ हिलाना मना है
इस दफे जब पी.एम. केदारनाथ की यात्रा पर गए और एक जनसभा को संबोधित कर लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन स्वीकार कर रहे थे, तो ऐन वक्त मोदी के पीछे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और भाजपा के केन्द्रीय पदाधिकारी श्याम जाजू भी खड़े थे। पी.एम. की देखा-देखी में इन दोनों ने भी पब्लिक को हाथ हिलाना शुरू कर दिया। सूत्र बताते हैं कि इस पर वहां मंच पर मौजूद एस.पी.जी. ने आपत्ति की और उन्होंने इन दोनों नेताओं को पी.एम. के साथ हाथ हिलाने से मना कर दिया। मुमकिन है यह घटना पी.एम. के संज्ञान में भी हो पर स्वयं मोदी ने भी इस घटना को कोई तवज्जो नहीं दी। 

अपने डिप्टी के निशाने पर योगी
एक मीटिंग में यू.पी. के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या अपने सी.एम.योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में भी हुंकार भर गए और उन्होंने अपने पार्टी कार्यकत्र्ताओं को लगभग चेतावनी भरे अंदाज में कह डाला कि ‘बतौर पार्टी अध्यक्ष वह सबको कड़ी चेतावनी दे रहे हैं कि अगर किसी भी पार्टी नेता को या कार्यकत्र्ता को पार्टी संगठन के समानांतर कोई दूसरा संगठन चलाते हुए पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।’ सनद रहे कि इन दिनों योगी की ‘हिंदू युवा वाहिनी’ चर्चा में है और योगी ने एक तरह से साफ संकेत दिए हैं ‘हिंदू युवा वाहिनी’ को बंद नहीं किया जाएगा, यह पहले की तरह जनसरोकार से जुड़े मुद्दों पर काम करती रहेगी। ऐसे में मौर्या के बड़बोलों ने एकबारगी जरूर योगी की पेशानियों पर बल ला दिए हैं। 

केजरी की मोदी से तौबा!
पिछले कुछ दिनों में आम आदमी पार्टी के साथ जो कुछ हुआ उसने पार्टी रणनीतिकारों को हैरान-परेशान कर रखा है। सूत्र बताते हैं कि पार्टी की कोर कमेटी की बैठक में अब तय हुआ है कि अब आप के नेतागण सीधे तौर पर मोदी का नाम लेकर ‘हल्ला बोल’ नहीं करेंगे क्योंकि अपने पूर्व के अनुभवों से पार्टी ने जान लिया है कि वे जितनी बार मोदी का नाम लेकर भाजपा पर हमला बोलते हैं, ‘आप’ का वोट बैंक उतनी ही तेजी से लुढ़कता जाता है और फायदे में भाजपा रहती है। सो, ‘आप’ के रणनीतिकारों ने तय किया है कि वे मोदी सरकार की जगह केन्द्र सरकार का नाम लेंगे। क्या यही वजह है कि अरविंद केजरीवाल ने भी इन दिनों अपना मुंह सिल रखा है, उनकी ट्विटर चिडिय़ा का भी कहीं नामो-निशान नहीं मिल रहा है क्योंकि केजरीवाल स्वयं जानते हैं कि उनका मुंह खुलेगा तो बस मोदी-मोदी का ही जाप होगा। 

...और अंत में 
आजकल सोशल मीडिया पर एन.डी.टी.वी. की महिला एंकर खूब वायरल हो रही हैं। इस मैसेज में एन.डी.टी.वी. का नया नामकरण हुआ है ‘नई दुल्हन तेरे वास्ते’ इस व्हाट्सऐप संदेश में बताया गया है कि कैसे एन.डी.टी.वी. (छोड़ चुकीं) फेम की एंकर बरखा दत्त ने पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर बैंक के चेयरमैन हसीब द्राबू से शादी रचा ली और उनकी तीसरी बीवी बन गई हैं। एन.डी.टी.वी. की ही एक और एंकर सोनिया शर्मा सिंह ने कांग्रेसी नेता और पूर्व मंत्री आर.पी.एन. सिंह से शादी रचा ली थी, आर.पी.एन. सिंह की यह दूसरी शादी थी। 

एन.डी.टी.वी. की एंकर रह चुकीं 44 वर्षीय अमृता राव ने कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह से दूसरी शादी रचा ली थी। एन.डी.टी.वी. की ही 39 वर्षीय एंकर निधि राजदान की जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री अमर अब्दुल्ला से नजदीकियां जगजाहिर हैं, सूत्र बताते हैं कि ये दोनों जल्दी ही विवाह बंधन में बंधने जा रहे हैं।                         


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