पश्चिम का सामना करने के लिए रूस के तरकश में अभी कई तीर बाकी

punjabkesari.in Monday, Mar 14, 2022 - 03:51 AM (IST)

रूस का यूक्रेन पर हमला अमरीका और यूरोपीय देशों के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं रहा क्योंकि सच्चाई यही है कि चाहते हुए भी वे नाटो के तहत सीधे-सीधे एक परमाणु ताकत के साथ युद्ध के मैदान में दो-दो हाथ करने के बारे में सोचना भी नहीं चाहते। 

इसके बाद उन्होंने वही किया जो वे कर सकते थे यानी कि रूस पर कठोरतम प्रतीत होने वाले प्रतिबंध लगाना। अमरीका की ओर से लगाए जाने वाले प्रतिबंधों के कारण रूस में काम करना अनेक बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के लिए जहां सम्भव नहीं रहा, वहीं कई कम्पनियों ने यूक्रेन के प्रति सहानुभूति जताने के मकसद से खुद ही रूस से अपने कारोबार समेटने की घोषणा भी कर दी। 

मैकडोनल्ड्स, जिसने 32 वर्ष पूर्व मास्को में अपना पहला सोवियत रेस्तरां खोल कर एक इतिहास बनाया था, रूस छोड़ रहा है। इसी तरह बी.पी., शैल, फेरारी, आइकिया, फोर्ड, मॢसडीस बैंज, यूनिलीवर और कई अन्य पश्चिमी कम्पनियां वहां से निकलने की घोषणा कर चुकी हैं लेकिन यह कहना कि आप रूस छोड़ रहे हैं, एक बात है और अपना सामान वहां से बाहर ले जाना बिल्कुल दूसरी बात है। 

रूस एक महत्वपूर्ण रणनीति के तहत इन कम्पनियों की रूस में मौजूद संपत्तियों का राष्ट्रीयकरण करने की प्रक्रिया शुरू कर रहा है। इससे इन कम्पनियों को भारी वित्तीय नुक्सान होगा। यह रणनीति नए जमाने के युद्ध का हिस्सा है जिसका सामना करने के लिए शायद कोई तैयार नहीं था। बेशक इन कम्पनियों के रूस में काम बंद करने से वहां की अर्थव्यवस्था को भारी नुक्सान होगा और कितनी ही नौकरियां चली जाएंगी लेकिन इस कदम के साथ ये कम्पनियां बेहद खतरनाक चरण में प्रवेश कर रही हैं, खासकर वे कम्पनियां जो प्रतिबंधों के बावजूद रूस में काम कर सकती थीं। उन्होंने रूस को बताया है कि वे यूक्रेन के साथ हैं। 

कार निर्माता मर्सिडीज बेंज जैसे निर्माताओं के पास रूस में भारी प्रोडक्शन फैसिलिटीज हैं जिनमें भवन, मशीनरी, कारें तक बहुत कुछ शामिल है। जब तक उनका सामान-कारखाने, उपकरण आदि रूस में हैं, वे जोखिम में हैं। युद्ध के कुछ ही दिन बाद पूर्व रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने प्रस्ताव दिया था कि रूस में विदेशी व्यक्तियों और कम्पनियों की संपत्ति जब्त करनी चाहिए और 9 मार्च को रूस ने कहा कि एक सरकारी आयोग ने ऐसा करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। 

स्पष्ट है कि घाटा केवल रूस को नहीं होने वाला है, वहां काम बंद करने वाली कम्पनियों को अब भारी नुक्सान उठाना होगा। रोसनेफ्ट में अपना हिस्सा बी.पी. उसी को बेचने में सफल रही लेकिन 25 बिलियन डॉलर के नुक्सान पर। रूस और पश्चिम के बीच राजनयिक संबंधों की विनाशकारी स्थिति को देखते हुए रूसी अधिकारियों को पूरी छूट है कि वे पश्चिमी देशों की कम्पनियों की संपत्ति को जब्त करने का निर्णय लें। 

ये कम्पनियां न तो रूस के विरुद्ध मुकद्दमा कर सकती हैं और न ही पश्चिमी सरकारें उनकी ओर से रूस के सामने याचना कर सकती हैं, खासकर जब से उन्होंने रूस पर स्वयं इतने कड़े प्रतिबंध लगा दिए हैं कि फ्रांस के वित्त मंत्री ब्रूनो ले मायेर ने पिछले हफ्ते इस स्थिति का वर्णन ‘एक जबरदस्त आर्थिक और वित्तीय युद्ध’ के रूप में किया। यह बात अलग है कि बाद में वह अपने बयान से पलट गए। 

कई कम्पनियों के पास ‘राजनीतिक जोखिम बीमा’ के रूप में जाना जाने वाला इंश्योरैंस हो सकता है जो युद्धों, गृहयुद्धों, क्रांतियों, तख्तापलट और अन्य हिंसक संघर्षों से संपत्ति को होने वाले नुक्सान और क्षति को कवर करता है। यह बीमा उन स्थितियों को भी कवर करता है जो इतनी खतरनाक होती हैं कि कम्पनी के पास अपनी संपत्ति को छोडऩे के अलावा कोई विकल्प नहीं होता। यह पूरी तरह स्पष्ट नहीं है कि रूस में नुक्सान झेलने वाली कम्पनियां इसकी भरपाई इंश्योरैंस से कर भी सकेंगी क्योंकि दुनिया के इतिहास में कभी ऐसी स्थिति नहीं आई है जब प्रतिशोध के रूप में विदेशी संपत्ति को जब्त किया गया हो। 

यूक्रेन और पश्चिमी समुदाय के खिलाफ रूस के तरकश में एक और तीर बन सकता है-बंधक कूटनीति। कई पश्चिमी नागरिक वर्तमान में रूस में कथित अपराधों के लिए सजा काट रहे हैं। स्पष्ट है कि नए जमाने का युद्ध बदल रहा है। जहां एक ओर यूक्रेन की धरती पर जमीनी लड़ाई लड़ी जा रही है, वहीं रूस और पश्चिम व्यापार युद्ध भी लड़ रहे हैं। हालांकि यूक्रेन और रूस के बीच तीन बैठकें होने के बाद भी कोई समाधान निकल नहीं पाया है। अभी तक दोनों ही पक्ष यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि हम अधिक शक्तिशाली और दूसरा कमजोर है। ऐसा शायद इसलिए भी है क्योंकि जब दोनों ने किसी भी समझौते पर पहुंच कर बातचीत की मेज से उठना है तो चाहे वह यूरोप और अमरीका हों या रूस, वे यही दिखाना चाहेंगे हम नहीं झुके और जीत हमारी हुई है। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News