पंजाब सरकार ने 75.6 प्रतिशत ‘वायदे’ निभाए

punjabkesari.in Monday, Jul 13, 2020 - 02:05 AM (IST)

कोविड फ्रंट पर 3 प्रतिशत की मृत्यु दर तथा 70 प्रतिशत की रिकवरी दर के साथ आज पंजाब दूसरे राज्यों से बेहतर कारगुजारी कर रहा है। इसकी वजह पंजाब में स्वास्थ्य तथा चिकित्सा की मूलभूत सुविधाओं की अच्छी तैयारी है। 2017 में जब हमने राज्य की बागडोर संभाली तब पंजाब के लोगों के प्रति हमारी मुख्य प्रतिबद्धता बेहतर स्वास्थ्य देखभाल की थी। हमारे चुनावी घोषणा पत्र तथा मंत्रिपरिषद की बैठक में लिए गए निर्णयों के तहत हमने 25 वायदों का टार्गेट रखा ताकि बेहतर स्वास्थ्य देखभाल को यकीनी बनाया जा सके। आज मैं यह आपके साथ इस बात को सांझा कर खुश हूं कि यह 25 वायदे पूरे या फिर आंशिक तौर पर पहले ही पूरे किए जा चुके हैं। मेरी सरकार ने जनता से किए गए 75.6 प्रतिशत वायदे निभाए हैं। 

स्पष्ट तौर पर अपने घोषणा पत्र को बनाने के समय हमें यह मालूम नहीं था कि पंजाब में कितनी चीजें बुरी थीं। सत्ता में आने के बाद हमने ज्यादा समय नहीं लिया और विशाल चुनौतियों जोकि हमारे समक्ष थीं उन्हें ढूंढ निकाला। हमने पंजाब के लोगों का मनोबल गिरने नहीं दिया। अपने वायदों को लागू करने में हम आगे बढ़ते गए। अपने घोषणा पत्र के माध्यम से लोगों के साथ किए गए 445 वायदों में से हमने 241 को पूरी तरह लागू कर दिया था जबकि 91 वायदे आंशिक तौर पर पूरे हो चुके हैं। मंत्रिपरिषद की बैठक जोकि 18 मार्च 2017 को आयोजित हुई थी उसमें लिए गए 117 निर्णयों में से 87 पूरी तरह लागू हो चुके हैं तथा 6 का आंशिक तौर पर हमने एहसास किया। इसका मतलब यह है कि 328 का पूरी तरह से निष्पादन हुआ तथा 97 को आंशिक रूप से लागू कर दिया गया। अब हमारे पास 25 प्रतिशत से भी कम वायदे बचे हुए हैं जोकि मेरी सरकार के बाकी के बचे हुए कार्यकाल में पूरे कर लिए जाएंगे। 

स्वास्थ्य, शिक्षा, सुरक्षा, कानून-व्यवस्था, ड्रग्स, कृषि, उद्योग, रोजगार तथा प्रशासन ऐसे महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं जिसमें हमने पिछले 3 वर्षों के दौरान ज्यादा से ज्यादा निवेश किया। हमें कुछ वित्तीय संकट शिअद-भाजपा सरकार की विरासत से मिले। मैं उस बात का स्मरण करता हूं कि मैंने तथा मेरे सहयोगियों ने 2016 में कर्जे में डूबे किसानों की हालत को कैसे महसूस किया। अपने घोषणा पत्र में हमने कृषि को प्रमुख महत्ता देने वाले क्षेत्र के तौर पर चिन्हित किया। मेरी सरकार के पहले माह में प्रत्येक किसान के कर्जे का एक-एक पैसा माफ करने में मुझे वित्तीय बाधाएं झेलनी पड़ीं। मैं किसानों की हालत को अच्छी तरह समझता था। तीन वर्ष हो चुके हमने अपने 80 प्रतिशत (5.62 लाख) किसानों को करीब 4700 करोड़ की राहत उपलब्ध करवाई है। बाकी के बचे किसान भी जल्द ही इसका फायदा उठाएंगे। कृषि क्षेत्र में कर्जा माफी हमारी बड़ी उपलब्धि थी जहां पर हमने 30 वायदों में से 28 को पूर्ण या फिर आंशिक तौर पर लागू कर दिया। 

3 वर्ष पूर्व ड्रग्स एक बेहद चिंता वाली बात थी। उस समय पंजाब के ऐसे समाचार राष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियां बन गए थे। आज जबकि दूसरे राज्यों से नार्को टैरारिज्म तथा ड्रग्स की तस्करी एक बड़ी चुनौती है। जमीनी स्तर पर फर्क स्पष्ट है क्योंकि ज्यादा से ज्यादा युवक उपचार तथा नशा निरोधक केंद्रों में ड्रग्स को जड़ से खत्म करने के लिए जा रहे हैं। ड्रग्स से जुड़ी हुई एक अन्य समस्या बेरोजगारी की है जो वास्तव में कई युवाओं को ड्रग्स की खाई में धकेल रही है। पिछले 3  वर्षों मेें सरकार ने रोजगार देने के परिदृश्य को बदल दिया है। 13.42 लाख युवक रोजगार हासिल करने में कामयाब हुए हैं इसमें पब्लिक तथा प्राइवेट सैक्टर शामिल हैं। इसके साथ श्रम तथा स्वरोजगार में भी युवक रोजगार हासिल कर रहे हैं। हमारे उद्योग ने भी अभी तक जमीनी स्तर पर 57,735 करोड़ के निवेश प्रस्तावों का निष्पादन किया है। इससे राज्य में 1.89 लाख नौकरियां हासिल की जा सकेंगी। वास्तव में कृषि तथा सर्विस सैक्टरों के साथ उद्योग ने राज्य की जी.डी.पी. को 2017 से 2020 तक 96124 करोड़ बढ़ाने में अपनी भूमिका अदा की है। 

अब शिक्षा की बात करते हैं। स्कूल शिक्षा सैक्टर में 36 वायदों में से 33 पूरी तरह से लागू किए जा चुके हैं तथा 2 आंशिक रूप से लागू हुए हैं जबकि उच्च शिक्षा में पूरे तथा आंशिक रूप से निभाए गए वायदे क्रमश: 9 तथा 8  पर टिके हुए हैं। हमारी रणनीति की सफलता पर सरकारी स्कूलों के नतीजों ने मोहर लगाई जहां पर 2018-19 में 12वीं श्रेणी की पासआऊट प्रतिशत दर 88.14 प्रतिशत तक (नियमित प्रतिशत 86.41 के विरुद्ध) बढ़ी है। 2016-17 में यह 61.90 प्रतिशत थी। हां, मैं यह महसूस करता हूं कि युवाओं को नि:शुल्क स्मार्टफोन देने का वायदा अभी भी लम्बित पड़ा है मगर इसे पूरा करने में अब ज्यादा देर नहीं लगेगी क्योंकि पूर्व के चीनी फोनों को बदलने के सभी विकल्प की हम तलाश कर रहे हैं। 

इस आलेख में मेरी सरकार की प्रत्येक कारगुजारी का बखान करना संभव नहीं। मगर मैं समझता हूं कि कानून-व्यवस्था एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें हमने 39 महीनों में तरक्की की है। यह नोटिस करने वाली बात है। पूर्व की सरकार के दौरान कानून-व्यवस्था कितनी बिगड़ी हुई थी। 2411 गैंगस्टर बेअसर कर दिए गए तथा 32 आतंकी मॉड्यूल्स का खात्मा किया गया। आज पंजाब के लोग शिअद-भाजपा के 10 सालों के लम्बे शासन से और ज्यादा सुरक्षित महसूस करते हैं। अभी लड़ाई जारी है जिस पर कोविड महामारी ब्रेक लगाने पर असफल हुई है। 

शिअद-भाजपा के 10 वर्षों के कार्यकाल के दौरान पंजाब के भोले-भाले लोगों के खिलाफ बहुसंख्या में झूठे मामले दर्ज किए गए। यह हमारे लिए चिंता की बात थी। सरकार का चार्ज लेते वक्त हमने ऐसे मामलों को रोकने के लिए इसकी ओर पहला कदम बढ़ाया। हमने जस्टिस (रिटा.) महताब सिंह गिल की अध्यक्षता में एक जांच आयोग का गठन किया। आयोग की सिफारिशों पर आधारित रिपोर्ट के अनुसार कुल 4556 शिकायतों में से 3530 का निवारण कर दिया गया है। इस पर पहले से ही कार्रवाई की जा चुकी है। बेअदबी मामलों के साथ-साथ बहबलकलां तथा कोटकपूरा पुलिस फायरिंग घटनाओं की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। आधा दर्जन, जिसमें वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल हैं, पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं। मुझे उम्मीद है कि केस जल्द ही बंद किए जाएंगे और सभी जिम्मेदार लोगों को कानून के हिसाब से सजा दिलाई जाएगी। कोई भी, मैं फिर से दोहराता हूं कि कोई भी सिख समुदाय की भावनाओं को चोट नहीं पहुंचाएगा। मैं इसकी अनुमति नहीं दूंगा।-कैप्टन अमरेन्द्र सिंह(मुख्यमंत्री, पंजाब)


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News