पंजाब के औद्योगिक विकास में अहम योगदान पा रहा पावरकॉम का उत्तरी संचालन जोन

punjabkesari.in Thursday, Feb 08, 2024 - 05:42 AM (IST)

पावरकॉमके उत्तरी संचालन जोन के मुख्य अभियंता इंजी. रमेश लाल सारंगल ने बताया है कि पावरकॉम के उत्तरी जोन के संचालन के नवम्बर 2023 तक के आंकड़ों के अनुसार कुल 22,02,490 बिजली उपभोक्ताओं को ठोस और निर्विघ्न बिजली आपूर्ति करवा रहा है जिनमें 16,59,983 घरेलू उपभोक्ता, 29,2410 वाणिज्य श्रेणी, 15935 एस.पी., 5333 एमएस, 1681 एलएस, 84 बल्क सप्लाई, 1077 एस.एल. और 22,5987 कृषि ट्यूबवैल उपभोक्ता हैं। 

सारंगल के अनुसार उत्तरी जोन की ओर से 4 जिलों में बिजली की आपूॢत की जा रही है जिसमें होशियारपुर, नवांशहर, कपूरथला और जालंधर जिले हैं। इन जिलों में बिजली की आपूॢत के लिए उत्तरी जोन में से कुल 400 के.वी. के 2 बिजली घर, 200 के.वी. के 17 बिजली घर, 132 के.वी. के 16 बिजली घर हैं। 66 के.वी. के 128 बिजली घर हैं जिनकी कुल क्षमता 3720 एम.वी.ए., 66 के.वी. लाइनों की लंबाई 1559.141 कि.मी. है। इसके अतिरिक्त उत्तरी जोन में 22,02,490 बिजली उपभोक्ताओं को कुल 2019 के.वी. फीडरों के द्वारा बिजली सप्लाई दी जा रही है। 

एच.टी. लाइनों की लंबाई 35668 कि.मी.है। इन फीडरों के बिजली उपभोक्ताओं को ठोस और निॢवघ्न बिजली सप्लाई देने के लिए कुल 1,54,140 ट्रांसफार्मर स्थापित किए गए हैं और जिनकी क्षमता 6180 एम.वी.ए. है। एल.टी. लाइनों की कुल लंबाई 29703 कि.मी. है।  सारंगल का यह भी कहना है कि जालंधर में महत्वपूर्ण खेलों का सामान, लैदर और हैंडटूल्स इत्यादि की बड़ी इंडस्ट्री है। बिजली के आबंटन को सुचारू ढंग से बिजली उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के लिए पंजाब को विभिन्न जोनों में बांटा गया है जिसके अनुसार जिला जालंधर, अमृतसर, होशियारपुर, नवांशहर, कपूरथला और गुरदासपुर को जालंधर और पंजाब स्टेट इलैक्ट्रिीसिटी बोर्ड के उत्तरी जोन में रखा गया था जिसके अनुसार उपरोक्त जिलों के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों (म्युनिसिपल कार्पोरेशन अमृतसर की हद को छोड़ कर) में बिजली संबंधी सारे कार्य पी.एस.ई.बी. (अब पावरकॉम) की ओर से देखे जाते थे। 

मुख्य अभियंता संचालन, उत्तरी क्षेत्र का प्रारंभिक कार्यालय पटियाला में था जोकि 24 अगस्त 1982 को जालंधर में स्थानांतरित कर दिया गया जिसके पहले मुख्य अभियंता इंजी. पी.एस. सतनाम को तैनात किया गया था। सारंगल का यह भी कहना है कि देश की आजादी के बाद बदलते समय के अनुसार बिजली की मांग बढऩे के कारण 7 जून 1995 को मुख्य अभियंता (संचालन) उत्तरी क्षेत्र को 9 हिस्सों में संचालन को अमृतसर, गुरदासपुर जिलों को अलग रख कर मुख्य अभियंता (संचालन) बार्डर जोन बना दिया गया जिसका मुख्य कार्यालय अमृतसर में बनाया गया। 

इस तरह उत्तरी जोन में जालंधर, कपूरथला, होशियारपुर और नवांशहर जिलों का भौगोलिक क्षेत्र रखा गया। जालंधर शहर में गुरु रविदास डोमैस्टिक टर्मीनल (आदमपुर एयरपोर्ट जालंधर), गुरुद्वारा श्री तलहन साहिब, श्रीदेवी तालाब मंदिर, डेरा सचखंड बल्लां, गीता मंदिर माडल टाऊन मार्कीट, स्पोटर््स मार्कीट, लैदर इंडस्ट्री इत्यादि के होने के कारण धार्मिक और टूरिस्ट हब है। इसी तरह कपूरथला जिले में रेल कोच फैक्टरी कपूरथला, जे.सी.टी. मिल फगवाड़ा, पुष्पा गुजराल साइंस सिटी, आई.के. गुजराल पंजाब टैक्नीकल यूनिवर्सिटी, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, नूरमहल की सराय इत्यादि विशेष दर्शनीय स्थल हैं। 

शहीद-ए-आजम स. भगत सिंह का जन्म स्थान खटकड़कलां जिला नवांशहर में है। इसी तरह होशियारपुर में इंटरनैशनल ट्रैक्टर लिमिटेड, सैंचुरी प्लाईवुड लिमिटेड, ऊषा माॢटन, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड इत्यादि प्रमुख उद्योग स्थापित हैं।-मनमोहन सिंह(उपसचिव लोकसंपर्क, पी.एस.पी.सी.एल.)


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