मोदी के सेवा के प्रतिमान युवा पीढ़ी के लिए अनुकरणीय

punjabkesari.in Thursday, Oct 07, 2021 - 03:40 AM (IST)

भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सार्वजनिक जीवन में सत्ता के शीर्ष पर रहते हुए जन सेवा के 20 वर्ष पूरे हो चुके हैं। उनके लिए सत्ता साध्य नहीं अपितु सेवा का माध्यम है। आज देश माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में निरंतर प्रगति पथ पर अग्रसर है। नरेन्द्र मोदी जी देश के ऐसे प्रथम प्रधानमंत्री हैं जो लाल किले से खुद को प्रधान सेवक के रूप में संबोधित करते हैं।

जब वह 2014 में देश के प्रधानमंत्री बनते हैं तो संसद को लोकतंत्र का मंदिर मानकर उसको प्रणाम करते हैं और 2019 में फिर से प्रधानमंत्री बनने पर भारत के संविधान को नमन करते हैं। यह उनकी राष्ट्र प्रथम के प्रति अटूट आस्था और लोकतंत्र में दृढ़ विश्वास को प्रदर्शित करता है। सबका-साथ-सबका विकास, सबका-प्रयास के मूलमंत्र को अपना ध्येय बनाने हुए आज प्रधानमंत्री जी देश सेवा में समर्पित हैं। मुख्यमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी ने गुजरात में कई नई योजनाएं आरंभ कीं जिनका लाभ गुजरात के सामान्य जन-मानस ने महसूस किया, जिन्होंने गुजरात के विकास में महत्ती भूमिका का निर्वहन किया। 

देश की राजनीति में 2014 का वर्ष एक महत्वपूर्ण वर्ष के रूप में अंकित है। दशकों बाद देश की जनता ने किसी एक पार्टी को पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने का जनादेश दिया, जो कांग्रेस नीत यू.पी.ए. के 10 वर्षों के भ्रष्ट शासन से तंग आ चुकी थी। नरेन्द्र मोदी जनता में आशा की किरण बनकर उभरे। प्रधानमंत्री मोदी जी के शासन में देश के सामान्य नागरिक ने अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तनों को अनुभव किया है। प्रधानमंत्री जी एक पारदर्शी, जवाबदेह, भ्रष्टाचार मुक्त शासन देने में सफल रहे हैं।

अंत्योदय की भावना के साथ समाज की अंतिम सीढ़ी पर खड़े गरीब, मजदूर, किसान के हितों को प्राथमिकता देते हुए सर्व समाज के हित में ऐतिहासिक एवं साहसिक निर्णय लिए गए हैं। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में पहली बार राष्ट्रीय सुरक्षा से कोई समझौता न करते हुए सीमापार आंतकी गतिविधियों का खात्मा करने के लिए सर्जीकल स्ट्राइक एवं एयर स्ट्राइक जैसे ऑप्रेशन को संचालित किया गया एवं देश के गौरव में वृद्धि की गई। गरीब कल्याण प्रधानमंत्री जी की योजनाओं के केन्द्र में रहा। 

बड़े लक्ष्य निर्धारित एवं उनकों पूर्ण करना प्रधानमंत्री जी की कार्यपद्धति रही है। उनके द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत देश के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में खुले में शौच से मुक्ति का अभियान चलाया गया। आज 12 करोड़ शौचालयों का निर्माण प्रधानमंत्री जी की लक्ष्य के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। प्रधानमंत्री जी द्वारा देश की एकता और अखंडता को अक्षुण्ण रखने के उद्देश्य से कुछ साहसिक निर्णय भी इन वर्षों में लिए गए। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 और 35ए को समाप्त करके ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के लक्ष्य को साकार स्वरूप दिया गया। नागरिकता संशोधन विधेयक के माध्यम से पाकिस्तान, बंगलादेश, अफगानिस्तान से धार्मिक प्रताडऩा के चलते भारत में शरणार्थी बनकर आए हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, ईसाई व पारसी समुदाय के लोगों के लिए नागरिकता के मार्ग को प्रशस्त कर भारतीय संस्कृति के मानवीय दृष्टिकोण को प्रकट किया। मुस्लिम महिलाओं के जीवन को गरिमापूर्ण एवं सम्मानजनक बनाते हुए तीन तलाक पर कानून लाकर इस कुप्रथा को समाप्त किया गया। 

देश के 14.5 करोड़ किसानों को प्रतिवर्ष 6000 रुपए की इनपुट प्राइस की राशि देकर उनको खेती से जुड़ी शुरूआती जरूरतों को पूरा करने के लिए संबल प्रदान किया गया। ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना’ के तहत पिछले एक वर्ष में 9.5 करोड़ किसानों के खातों में 72,000 करोड़ की राशि प्रदान की गई। पहली बार मोदी सरकार द्वारा लघु एवं सीमान्त किसानों, असंगठित क्षेत्र के छोटे कामगारों व दुकानदारों को 60 वर्ष की आयु के बाद 3000 रुपए मासिक पैंशन देने का प्रावधान किया गया। समतामूलक समाज की स्थापना और समान अवसर प्रदान करने के उद्देष्य की प्राप्ति के लिए ‘ओ.बी.सी. कमीशन’ को संवैधानिक दर्जा दिया गया, दिव्यांगों को नई पहचान दी गई। ‘नई शिक्षा नीति’ के माध्यम से शिक्षा को सर्वग्राही, समावेशी और ताॢकक बनाने का कार्य किया जा रहा है। शिक्षा में मातृभाषा की प्रमुखता दी जा रही है। आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से गरीब व्यक्तियों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाया जा रहा है। 

इस दौरान हम अंतरिक्ष महाशक्ति बनने के पथ पर भी अग्रसर हुए। चंद्रयान-2 को चन्द्रमा की कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित किया गया। पी.एस.एल.वी. को 50वीं उड़ान द्वारा कार्टोसैट-3 एवं 13 व्यावसायिक नैनो उपग्रहों का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया गया। कोविड काल में प्रधानमंत्री जी द्वारा ‘आपदा को अवसर‘ में बदलने का मंत्र दिया गया और इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए 20 लाख करोड़ के पैकेज की घोषणा के साथ ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ की शुरूआत की गई। माननीय प्रधानमंत्री जी ने सेवा के जो प्रतिमान स्थापित किए हैं, वे आज की युवा पीढ़ी के लिए अनुकरणीय हैं।-अर्जुन राम मेघवाल (केंद्रीय संसदीय राज्य मंत्री)


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