‘कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने वाला भोजन आपका वजन भी बढ़ाता है’

punjabkesari.in Saturday, Jan 02, 2021 - 05:25 AM (IST)

कोलेस्ट्रॉल एक मोमी, वसा जैसा पदार्थ है जो आपके शरीर की सभी कोशिकाआें में पाया जाता है। आपके शरीर को हार्मोन, विटामिन डी और खाद्य पदार्थों को पचाने में आपकी मदद करने वाले पदार्थ बनाने के लिए कोलेस्ट्रॉल की आवश्यकता होती है। कोलेस्ट्रॉल दो स्रोतों से आता है : आपका लिवर जो आपके लिए सभी आवश्यक कोलेस्ट्रॉल बनाता है। आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल जिसकी आपको आवश्यकता नहीं है वह जानवरों के शरीर से आता है। 

अगर आपके शरीर में जरूरत से ज्यादा कोलेस्ट्रॉल है तो आप हृदय रोग और दिल के दौरे की आेर बढ़ रहे हैं। कोलेस्ट्रॉल का जमावड़ा धमनियों को संकरा कर देता है जिससे हृदय में रक्त के प्रवाह में अवरोध उत्पन्न होता है। बहुत बार उच्च कोलेस्ट्रॉल के स्तर वाले व्यक्ति में अक्सर कोई लक्षण नहीं दिखता है जब तक कि उसे पहली बार दिल का दौरा न पड़ जाए। यदि आप अधिक वजन वाले हैं तो यह अधिक समस्याजनक है-जो आप होंगे क्योंकि कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने वाला भोजन आपके वजन को भी बढ़ाता है। हालांकि कुछ कोलेस्ट्रॉल घटक यकृत और पित्ताशय में जमा होते हैं, मुख्य भंडारण क्षेत्र एडिपोसाइट्स नामक वसा कोशिकाआें में होता है। जब आप में बहुत अधिक कोलेस्ट्रॉल होता है, तो ये कोशिकाएं सूज जाती हैं और आपका वजन बढ़ता है। बहुत अधिक वसा या कार्बोहाइड्रेट खाने से काफी अधिक कोलेस्ट्रॉल हो सकता है। 

कोलेस्ट्रॉल दो प्रकार के होते हैं : एच.डी.एल. और एल.डी.एल. : उच्च घनत्व वाला लिपोप्रोटीन (एच.डी.एल.) अच्छा कोलेस्ट्रॉल है जो आपके अतिरिक्त  बुरे कोलेस्ट्रॉल को हटा कर दिल के दौरे और स्ट्रोक से बचाता है। यह उस कोलेस्ट्रॉल को लेता है जिसकी आपके यकृत को आवश्यकता नहीं होती है। यकृत इसे तोड़ देता है ताकि यह आपके शरीर से बाहर निकाला जा सके। एल.डी.एल. खराब कोलेस्ट्रॉल है। यह रक्त की आपूर्ति को अवरुद्ध करता है और स्ट्रोक तथा दिल के दौरे का कारण बनता है। गैर-एच.डी.एल. कोलेस्ट्रॉल को यकृत से आपके शरीर के चारों आेर की कोशिकाआें तक ले जाता है। अत्यधिक मात्रा में खराब कोलेस्ट्रॉल (गैर-एच.डी.एल.) हानिकारक हो सकता है क्योंकि यह आपकी धमनियों की अंदरूनी दीवारों से चिपक जाता है। इससे फैटी सामग्री (एथेरोमा) जमा होने लगती है-इस प्रक्रिया को एथेरोस्क्लेरोसिस के रूप में जाना जाता है। कोलेस्ट्रॉल पशु खाद्य पदार्थों, मांस, दूध, मक्खन और पनीर में पाया जाता है। 

केवल दो चीजें हैं जो रक्त में कोलेस्ट्रॉल बढ़ाती हैं : सैचुरेटिड और ट्रांस वसा : सैचुरेटिड वसा मांस, डेयरी उत्पाद, चाकलेट, बिस्कुट और पॉपकॉर्न जैसी बेक की गई वस्तुआें, मार्गरीन, डीप-फ्राई किए गए और प्रसंस्कृत  खाद्य पदार्थ में पाए जाते हैं। मूलत: जंक फूड। ट्रांस वसा कुछ तले और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों में होते हैं। साथ ही जंक फूड में भी वयस्कों में, कुल कोलेस्ट्रॉल का स्तर 200 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर (मिलीग्राम/डी.एल.) से कम को स्वस्थकर माना जाता है। 200-239 मिलीग्राम/डी.एल. बार्डरलाइन अधिक है। 240 मिलीग्राम/डी.एल. और इसके बाद अधिक है। एल.डी.एल. कोलेस्ट्रॉल का स्तर 100 मिलीग्राम/डी.एल. से कम होना चाहिए। 

आप अपने शरीर से कोलेस्ट्रॉल को कैसे बाहर निकाल सकते हैं? : मांस खाना या दूध पीना बंद कर दें। घी, मक्खन और पनीर तथा केकड़ा, श्रिम्फ और झींगा जैसे सीफूड से बचें। धूम्रपान न करें। व्यायाम करें। मैदे जैसे कम परिष्कृत अनाज का सेवन न करें। अगर आपमें उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर है, तो सफेद ब्रैड, सफेद आलू और सफेद चावल, अत्यधिक प्रसंस्कृत शक्कर नहीं खाने चाहिएं। तले हुए खाद्य पदार्थों से बचा जाना चाहिए, साथ ही उच्च सैचुरेटिड वसा होने वाले खाद्य पदार्थों से भी। 

हर दिन फल, सब्जियां, बीन्स और साबुत अनाज खाएं : हार्वर्ड हैल्थ की एक रिपोर्ट में ऐसे खाद्य पदार्थों की पहचान की गई है जो सक्रिय रूप से कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करते हैं : आेट्स, जौ और साबुत अनाज, सेम, बैंगन और भिंडी, नट्स, वनस्पति तेल (कैनोला, सूरजमुखी), फल (मुख्य रूप से सेब, अंगूर, स्ट्रॉबेरी और संतरा आदि), सोया और सोया आधारित खाद्य पदार्थ। एक दिन में सिर्फ एक-डेढ़ कप पका हुआ आेटमील खाने से आपका कोलेस्ट्रॉल 5 से 8 प्रतिशत तक कम हो सकता है। आेटमील में दो प्रकार के घुलनशील और अघुलनशील फाइबर होते हैं जो आपके शरीर को चाहिएं। 

1980 से 2018 तक कोलेस्ट्रॉल के स्तर में वैश्विक रुझानों का आकलन करने के लिए 102$6 मिलियन वयस्क शामिल हुए। 1,127 अध्ययनों से दुनिया भर के लगभग 1,000 शोधकत्र्ताआें के एक समूह ने आंकड़ों का विश्लेषण किया। यह वैश्विक कोलेस्ट्रॉल के स्तर का अब तक का सबसे बड़ा अध्ययन है। पहले कोलेस्ट्रॉल को उच्च आय वाले पश्चिमी देशों में एक समस्या माना जाता था। अन्य स्थितियां जो उच्च कोलेस्ट्रॉल के स्तर को जन्म दे सकती हैं, उनमें मधुमेह शामिल है।

लेखकों ने सुझाया है कि एशिया में प्रत्येक देश कीमतों और नियामक नीतियों को निर्धारित करता है जो आहार को नॉन सैचुरेटिड वसा की आेर ले जाते हैं। यह कीमतें नहीं हैं जो तय करती हैं। मांस/चिकन और दूध पहले से ही महंगे हैं, लेकिन यह आपको उन्हें खाने से नहीं रोकता है। आप अपने जीवन या अपने परिवार के जीवन को कितना महत्व देते हैं इसके आधार पर आपको व्यक्तिगत निर्णय लेना होगा।-मेनका गांधी
 


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