युद्ध की रेखाएं खींच दी गईं

punjabkesari.in Sunday, Oct 01, 2023 - 05:16 AM (IST)

यदि कोई अंग्रेजी शिक्षिका अपनी कक्षा को ‘हाईपरबोले’ शब्द समझाना चाहती है और एक उदाहरण देना चाहती है तो वे सितम्बर 2023 के आर.बी.आई. के बुलेटिन से निम्नलिखित वाक्य बोलने से बेहतर कुछ नहीं कर सकती है। ‘सितम्बर 2023 में पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण केंद्र भारत में स्थानांतरित हो गया क्योंकि सबसे शक्तिशाली देशों, समूहों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के नेता नई दिल्ली में एकत्रित हुए।’ 

आर.बी.आई. के अनुसार पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण केंद्र रोम (2021) से बाली (2022) से नई दिल्ली (2023) में स्थानांतरित हो गया और यह वर्ष 2024 में रियो डी जिनेरियो में स्थानांतरित हो जाएगा। हमने झटके महसूस किए। मणिपुर में आग 3 मई 2023 को लगी और अभी तक सुलग रही है। कश्मीर में बार-बार आतंकी हमले हो रहे हैं, भू-स्खलन और बाढ़ नेे हिमाचल प्रदेश और कुछ अन्य राज्यों को तबाह कर दिया है और अन्नाद्रमुक ने तमिलनाडु में अपने गठबंधन से भाजपा को अनाप-शनाप तरीके से बाहर कर दिया। 

जुमला परेड : गुरुत्वाकर्षण के केंद्र में बदलाव के परिणामस्वरूप, हम अधिक घोषणाओं और घटनाओं की उम्मीद कर सकते हैं। 20-21 सितम्बर की एक घटना घटी। महिला आरक्षण जुमला विधेयक संसद में पारित हो गया। इसे 2029 के बाद होने वाले चुनावों में लागू किया जा सकता है। अन्य जुमले जो चल रहे हैं वे हैं ‘वन नेशन-वन इलैक्शन’ (ओ.एन.ओ.ई.) और यूनीफार्म सिविल कोड (यू.सी.सी.)। ओ.एन.ओ.ई. योजना (कोविड समिति बनाम विधि आयोग) और यू.सी.सी. ड्राफ्ट (उत्तराखंड बनाम असम बनाम मध्य प्रदेश) के स्वामित्व के लिए तीव्र प्रतिस्पर्धा है। 

इस बीच आर.एस.एस. के सरसंघचालक (नेता)श्री मोहन बागवत ने ‘धर्मांतरण’ और ‘लव-जेहाद’ की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त की है और आर.एस.एस. सदस्यों ने इनका आक्रामक तरीके से मुकाबला करने को कहा है। इसलिए चर्चों, पुजारियों, मिशनरियों और ईसाई प्रार्थना सभाओं पर हमलों के लिए खुद को तैयार रखें। युवा अंतर-धार्मिक जोड़ों को हिंदू लड़कियों के सम्मान की रक्षा के लिए उन पर हमला करने वाले नैतिक-धार्मिक ब्रिगेड से सावधान रहना चाहिए। (मुझे आश्चर्य है कि गैर-हिंदू लड़कियों की संगति में पाए जाने वाले हिंदू लड़कों के सम्मान की रक्षा कौन करेगा?) 

साक्ष्य दें : मैं धर्मांतरण और लव-जेहाद के इन निराधार आरोपों से स्तब्ध हूं। कृपया उन हजारों बच्चों से पूछें जो ईसाई-संचालित स्कूलों और कालेजों में पढ़ते हैं। (क्योंकि वे सर्वश्रेष्ठ में से हैं)। उनमें से कितने बच्चों को ईसाई धर्म में शामिल करने के प्रयासों का सामना करना पड़ा है? कृपया अपने आप से पूछें कि आपके शहर या गांव में पिछले वर्ष कितने अंतर-धार्मिक विवाह हुए हैं? श्री नारायण मूर्ति ने एक बार कहा था, ‘‘मुझे भगवान पर भरोसा है, बाकी हर चीज के लिए मेरे लिए डाटा लाओ।’’ क्या संघ प्रमुख हमें धर्मांतरण और लव-जेहाद पर डाटा देंगे? 

माननीय प्रधानमंत्री युद्ध के मैदान में उतर गए हैं। उन्होंने कहा है कि सनातन धर्म पर हमला हो रहा है। श्री भागवत ने आर.एस.एस. के शस्त्रागार से धर्मांतरण और लव-जेहाद लिया है। महिला आरक्षण विधेयक को प्रधानमंत्री की ओर से ‘उपहार’ के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा (जबकि वास्तव में यह एक असफल बैंक का पोस्ट डेटिड चैक है)। इस दावे को पुष्ट करने के लिए कि भारत दुनिया के लिए विश्व गुरु है, जी-20 के वीडियो और तस्वीरें दृश्य और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर उदारतापूर्वक और अनिवार्य रूप से प्रसारित की जाएंगी। 

एकता और एजैंडा : इसके विपरीत I.N.D.I.A. के सांझेदार उन मुद्दों को उठाने की तैयारी कर रहे हैं जिन्हें वे प्रासंगिक मानते हैं और लोगों के जीवन को प्रभावित करते हैं। इन मुद्दों में मुद्रास्फीति, बेरोजगारी, जाति और साम्प्रदायिक संघर्ष, घृणा भाषण और घृणा अपराध, स्वतंत्रता और मुक्त भाषण सहित स्वतंत्रता पर अंकुश लगाना, राज्यों के अधिकारों पर अतिक्रमण, संघवाद का क्षरण, संविधान पर चोट, न्याय की अदालतों को कमजोर करना और चीनी घुसपैठ शामिल है। आतंकी घटनाएं, धीमी आर्थिक वृद्धि, बढ़ती असमानताएं, क्रोनी पूंजीवाद, कल्याणकारी उपायों में कमी, राष्ट्रीय ऋण में वृद्धि, खुफिया और जांच एजैंसियों का दुरुपयोग, संसदीय संस्थानों और सम्मेलनों का महत्व कम करना और बढ़ती केंद्रीयवाद तथा व्यक्तित्व का पंथ भी मुद्दों में शामिल है। 

भाजपा को उम्मीद है कि वह धन, बाहुबल और कानून के दुरुपयोग के जरिए विपक्ष के हमलों को कुंद कर देगी। आइए उन आरोपों पर ध्यान केंद्रित करें कि अर्थव्यवस्था संकट के संकेत दे रही है और इसका कुप्रबंधन किया जा रहा है। बेरोजगारी दर अगस्त 2023 में 8.1 फीसदी थी। 2022 में युवा बेरोजगारी (15 से 24 वर्ष तक) 23.2 प्रतिशत थी। स्टेट ऑफ वर्किंग इंडिया 2023 रिपोर्ट के अनुसार स्नातकों में यह दर 42 प्रतिशत है। अगस्त 2023 में 1,91,60,000 परिवारों ने मनरेगा के तहत काम की मांग की। 

कीमतें और मुद्रास्फीति : आर.बी.आई. के बुलेटिन के अनुसार  23 अगस्त को सी.पी.आई. मुद्रास्फीति 6.8 प्रतिशत, ईंधन और प्रकाश मुद्रास्फीति 4.3 प्रतिशत और खाद्य मुद्रास्फीति 9.2 प्रतिशत थी। 

घरेलू वित्त : सकल घरेलू उत्पाद के प्रतिशत के रूप में घरेलू वित्तीय सम्पत्ति 15.4 प्रतिशत (2020-21 में) से घटकर 10.9 प्रतिशत (2022-23 में) हो गई। इसी अवधि के दौरान घरेलू वित्तीय देनदारियां 3.9 प्रतिशत से बढ़कर 5.8 प्रतिशत हो गईं। शुद्ध वित्तीय सम्पत्ति 11.5 प्रतिशत से गिरकर 5.1 प्रतिशत हो गई। मोदी सरकार शीर्ष 3 जन केंद्रित परीक्षणों में बुरी तरह विफल रही है। 1977 के बाद से युद्ध की रेखाएं इतनी तीव्र रूप से कभी नहीं खींची गईं।-पी. चिदम्बरम 


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