खड़ी कार में AC चलाने से कितना जलता है पेट्रोल? जानिए पूरा कैलकुलेशन और माइलेज पर असर
punjabkesari.in Monday, Aug 11, 2025 - 03:59 PM (IST)

नेशनल डेस्क: गर्मियों के मौसम में कार का एसी (Air Conditioner) अब कोई लग्जरी नहीं बल्कि जरूरत बन चुका है। चाहे ट्रैफिक में फंसी कार हो या सफर के दौरान तेज धूप से बचना हो, AC ऑन करना अब आम बात हो गई है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जब कार खड़ी हो और AC चल रहा हो तो वह कितना पेट्रोल पी जाती है? चलिए आज आपको बताते हैं इस पूरे गणित के बारे में...
AC कैसे करता है काम और क्यों बढ़ता है फ्यूल खर्च?
कार का एसी एक कंप्रेसर की मदद से काम करता है, जो इंजन से जुड़ा होता है। जैसे ही आप एसी चालू करते हैं, कंप्रेसर इंजन से पावर लेता है जिससे इंजन पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। इस दबाव को संभालने के लिए इंजन को और ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, यानी और ज्यादा फ्यूल जलाना पड़ता है। यही वजह है कि AC ऑन करने से फ्यूल खपत बढ़ जाती है।
खड़ी कार में AC चलाने पर कितना पेट्रोल खर्च होता है?
जब आपकी कार एक जगह खड़ी होती है और इंजन स्टार्ट कर के आप एसी चला रहे होते हैं, तो उस समय इंजन केवल एसी के कंप्रेसर और कार के कुछ अन्य बेसिक फंक्शन्स को चलाने का काम करता है। अगर आपकी कार का इंजन 1200cc से 1500cc के बीच है और आप खड़ी कार में लगातार एक घंटे तक एसी चलाते हैं, तो कार लगभग 0.8 लीटर से 1 लीटर पेट्रोल की खपत कर सकती है। हालांकि, यह आंकड़ा पूरी तरह से कार के मॉडल, इंजन की स्थिति और बाहरी तापमान पर निर्भर करता है। गर्मी ज्यादा होने की स्थिति में कंप्रेसर को अधिक मेहनत करनी पड़ती है, जिससे पेट्रोल की खपत और भी बढ़ सकती है।
चलती कार में AC का माइलेज पर असर
एसी का असर केवल खड़ी कार तक ही सीमित नहीं रहता, बल्कि जब आप कार चला रहे होते हैं और एसी ऑन होता है, तब भी फ्यूल की खपत बढ़ जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि एसी चलाने पर इंजन पर अतिरिक्त लोड पड़ता है, जो माइलेज पर सीधे असर डालता है। उदाहरण के तौर पर, यदि आपकी कार बिना एसी के 1 लीटर पेट्रोल में 15 किलोमीटर चलती है, तो एसी ऑन करने पर यह माइलेज घटकर लगभग 13 से 14 किलोमीटर प्रति लीटर तक रह जाती है। यानी एसी चलाने से माइलेज में लगभग 4% से 5% तक की गिरावट हो सकती है।
किन बातों पर निर्भर करता है फ्यूल खर्च?
खड़ी या चलती कार में एसी चलाने से कितना पेट्रोल खर्च होगा, यह कई चीजों पर निर्भर करता है। सबसे पहले इंजन की क्षमता (CC) महत्वपूर्ण होती है ज्यादा CC वाली कारें सामान्यतः ज्यादा फ्यूल खपत करती हैं। इसके अलावा, बाहर का तापमान भी बड़ा रोल निभाता है; जितना तापमान अधिक होगा, एसी को ठंडा करने में उतनी ही ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे फ्यूल खर्च बढ़ जाता है। एसी की सेटिंग भी मायने रखती है; अगर आप बहुत ज्यादा ठंडा करने के लिए लो टेम्परेचर और हाई फैन सेटिंग का इस्तेमाल करते हैं, तो फ्यूल की खपत बढ़ जाती है। साथ ही, कार की सर्विसिंग का हाल भी असर डालता है अच्छी मेंटेनेंस से इंजन और एसी बेहतर तरीके से काम करते हैं, जिससे फ्यूल की बचत होती है। अंत में, कंप्रेसर की हालत भी महत्वपूर्ण है; पुराने या खराब कंप्रेसर ज्यादा ऊर्जा खर्च करते हैं, जिससे पेट्रोल की खपत बढ़ जाती है।
क्या इलेक्ट्रिक कारों में भी एसी चलाने से बैटरी जल्दी खत्म होती है?
हाँ, इलेक्ट्रिक वाहनों में भी AC बैटरी की एनर्जी का इस्तेमाल करता है। हालांकि पेट्रोल की तरह सीधा खर्च नहीं होता, लेकिन एसी ऑन करने से रेंज कम हो सकती है।
सुझाव – कैसे बचाएं फ्यूल?
जब तक बहुत जरूरी न हो, खड़ी कार में एसी चलाने से बचना चाहिए क्योंकि इससे फ्यूल की अनावश्यक खपत होती है। कार स्टार्ट करने के बाद पहले 1-2 मिनट तक खिड़की खोलकर अंदर की गर्म हवा निकलने दें, फिर एसी ऑन करें ताकि सिस्टम पर कम दबाव पड़े। पार्किंग करते समय कोशिश करें कि गाड़ी छांव में लगाएं, इससे एसी को कार को ठंडा करने में कम मेहनत करनी पड़ेगी और फ्यूल की बचत होगी। एसी को हमेशा इको मोड या मीडियम सेटिंग पर रखना चाहिए ताकि ऊर्जा की बचत हो। साथ ही, समय-समय पर एसी की सर्विस कराते रहना जरूरी है, जिससे उसका प्रदर्शन बेहतर रहता है और फ्यूल की खपत कम होती है।