‘नाबालिगों में बढ़ रही हिंसा और यौन उन्माद’ ‘समाज के लिए गंभीर खतरा’
punjabkesari.in Saturday, May 24, 2025 - 05:09 AM (IST)

सोशल मीडिया पर प्रदॢशत अश्लीलता, इंटरनैट और मोबाइल पर आसानी से उपलब्ध अश्लील और ङ्क्षहसक सामग्री देखकर बच्चे एवं किशोर समय से पहले ही परिपक्व हो रहे हैं और उनमें जाने-अनजाने में ङ्क्षहसा तथा यौन उन्माद में भारी वृद्धि भी हो रही है। इस कारण जहां नाबालिग लड़के-लड़कियां विभिन्न मनोरोगों की चपेट में आ रहे हैं, वहीं समाज में नाबालिग अपराधियों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। इसके मात्र इसी महीने के चंद उदाहरण निम्न में दर्ज हैं :
* 1 मई को ‘बिलासपुर’ (हिमाचल प्रदेश) में एक छात्रा से सामूहिक बलात्कार करने के आरोप में उसके सहपाठी तथा उसके 3 दोस्तों को पकड़ा गया, जिनमें से एक नाबालिग है।
* 7 मई को ‘बीकानेर’ (राजस्थान) के ‘कोलायत’ में घर से बाहर शौच के लिए गई एक 7 वर्ष की बच्ची का मुंह बांध कर उससे बलात्कार और हत्या करने के आरोप में पुलिस ने एक नाबालिग लड़के को हिरासत में लिया।
* 11 मई को ‘रांची’ (झारखंड) के ‘चान्हो’ थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की से सामूहिक बलात्कार करने के आरोप में 3 नाबालिगों सहित 5 आरोपियों को पकड़ा गया।
* 18 मई को ‘लखनऊ’ के ‘चिनहट’ में एक महिला की गला रेत कर हत्या करने के आरोप में उसकी नाबालिग बेटी को हिरासत में लिया गया।
* 19 मई को ‘सीलमपुर’ (दिल्ली) में एक नाबालिग लड़के की हत्या करने के आरोप में 3 नाबालिगों सहित 5 आरोपियों को पकड़ा गया।
* 19 मई को ही ‘दिल्ली’ के महिंद्रपाल थाना के अंतर्गत म्यूजिक सिस्टम के किराए में छूट न देने को लेकर हुए विवाद के चलते म्यूजिक सिस्टम की दुकान पर काम करने वाले एक युवक की हत्या करने के आरोप में 4 नाबालिगों को पुलिस ने हिरासत में लिया।
* 19 मई को ही ‘मैनपुरी’ (उत्तर प्रदेश) के ‘शिवपाल’ गांव में एक 6 वर्षीय बालक की सोने की चेन छीनने के लिए उसका गला दबाकर हत्या कर देने के आरोप में एक नाबालिग को हिरासत में लिया गया।
* 20 मई को ‘कांकेर’ (छत्तीसगढ़) के ‘लखनपुरी’ गांव में एक 8 वर्षीय बालक से ‘अप्राकृतिक कृत्य’ करने के बाद पकड़े जाने के डर से गला दबाकर उसकी हत्या करने के आरोप में पुलिस ने एक 17 वर्षीय नाबालिग को पकड़ा।
* 21 मई को ‘कैथल’ (हरियाणा) में 2 लड़कों की हत्या के आरोप में पुलिस ने 7 नाबालिगों को हिरासत में लिया।
* 21 मई को ही ‘मुरादाबाद’ (उत्तर प्रदेश) में अपने घर के बाहर खेल रही एक 12 वर्षीय दलित लड़की को अपने स्कूल के प्रिंसिपल के कमरे में ले जाकर उससे बलात्कार करने के आरोप में सातवीं कक्षा में पढऩे वाले 12 से 15 वर्ष की आयु के 5 नाबालिगों को पुलिस ने हिरासत में लिया।
* 23 मई को ‘मलीहाबाद’ (उत्तर प्रदेश) के एक गांव में स्कूल फीस न देने से नाराज 14 वर्षीय नाबालिग ने अपनी 70 वर्षीय दादी ‘विद्यावती’ की तकिए से मुंह दबाकर हत्या कर दी जिस पर उसे हिरासत में ले लिया गया।
ये तो वे चंद घटनाएं हैं जो प्रकाश में आई हैं। मनोवैज्ञानिकों के अनुसार नाबालिगों को परिवार में ही शिक्षा और देखभाल तथा उच्च नैतिक संस्कार देने की आवश्यकता होती है परंतु उनका सही ढंग से मार्गदर्शन न होने के कारण यह समस्या तेजी से गंभीर रूप धारण करती जा रही है।
निश्चय ही नाबालिगों का इस तरह के अपराधों में शामिल होना चिंता का विषय है। ऐसे में सोशल मीडिया पर परोसे जा रहे कंटैंट को लेकर सरकारी स्तर पर सख्त गाइडलाइन्स जारी करने और कठोर कानून बनाने की तुरंत जरूरत है। अभिभावकों के लिए भी जरूरी है कि वे अपने बच्चों के मोबाइल फोनों पर कड़ी नजर रखें ताकि उन्हें इस तरह का कंटैंट देखने से रोका जा सके। तभी इस तरह की घटनाओं पर काबू पाया जा सकता है।—विजय कुमार