नशा तस्करी के लिए एम्बुलैंसों, पुलिस के स्टीकर लगे वाहनों, कबाड़ ढोने वाली रेहडिय़ों का इस्तेमाल

punjabkesari.in Thursday, Mar 02, 2023 - 04:13 AM (IST)

इन दिनों जहां केंद्र एवं राज्य सरकारों ने नशा तस्करों के विरुद्ध अभियान छेड़ रखा है वहीं नशा तस्कर भी तस्करी के नए-नए तरीके अपनाकर अपना धंधा जारी रखे हुए हैं जो निम्र मात्र 4 दिनों के उदाहरणों से स्पष्ट है :

  • 26 फरवरी को हिमाचल प्रदेश में बड़सर पुलिस ने निजी अस्पताल की एम्बुलैंस से 14 ग्राम चिट्टा बरामद करके उसमें सवार फार्मासिस्ट तथा चालक को गिरफ्तार किया जो एम्बुलैंस के जरिए बाहरी राज्यों से चिट्टे की खेप हिमाचल प्रदेश में पहुंचाते थे। 
  • 26 फरवरी को ही लुधियाना में सी.आई.ए.-2 की पुलिस ने कार पर ‘पुलिस’ का स्टीकर लगाकर नशे की तस्करी करने वाले 2 आरोपियों को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से 60 ग्राम हैरोइन बरामद की।
  • 28 फरवरी को पंजाब में पटियाला के थाना जुल्का की पुलिस ने कबाड़ की रेहड़ी में प्लास्टिक से ढंक कर लाया जा रहा 20 किलो गांजा बरामद करके एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया।
  • और अब 1 मार्च को ओडिशा में कटक पुलिस ने एक बोलैरो कार रोक कर उसमें बनाए एक सीक्रेट चैम्बर में छुपाकर रखा साढ़े 12 लाख रुपए से अधिक का गांजा बरामद करके 2 तस्करों को गिरफ्तार किया। 

उल्लेखनीय है कि इससे पहले गत वर्ष 25 जुलाई को मोहाली पुलिस ने एक एम्बुलैंस में बरेली से 8 किलो अफीम लाने वाले 3 तस्करों को गिरफ्तार किया था जिनमें से एक तस्कर एम्बुलैंस में रोगी बन कर लेटा हुआ था और उसने अपने तकिए के नीचे 8 किलो अफीम रखी हुई थी।

एम्बुलैंसों का इस्तेमाल रोगियों के प्राण बचाने के लिए होता है लेकिन अब चंद समाज विरोधी तत्व इनका इस्तेमाल लोगों तक मौत का सामान पहुंचाने के लिए कर रहे हैं। इसी प्रकार कोई वाहनों पर पुलिस का स्टीकर लगाकर तो कोई कबाड़ के रूप में तस्करी करके लोगों तक नशा पहुंचा रहा है।

अत: नशा तस्करों की चालों को नाकाम करने के लिए जहां पुलिस बलों को अधिक मुस्तैद होने की आवश्यकता है वहीं ऐसे लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करना समय की मांग है। -विजय कुमार


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News