नियम-कायदे सब बेकार ‘मौत को दावत दे रहे-बिजली के तार’

punjabkesari.in Friday, Aug 09, 2019 - 12:43 AM (IST)

देश के अनेक भागों में बेतरतीब और असुरक्षित ढंग से लटकते, ढीले-ढाले तथा सुरक्षा नियमों का पालन किए बिना लापरवाही से लगाए हुए बिजली के नंगे तार लोगों के जान-माल के लिए खतरा बने हुए हैं। आबादी वाले इलाकों में कई जगह ये तार इतना नीचे लटक रहे हैं कि मकानों की छतों तक को छू रहे हैं जिससे बारिश तथा तूफान आने पर इनसे खतरा और भी बढ़ जाता है। देश में प्रतिवर्ष इस कारण कम से कम 10,000 लोगों की जान जा रही है तथा अनेक लोग जीवन भर के लिए अपंग हो रहे हैं जिसके चंद ताजा उदाहरण निम्र में दर्ज हैं : 

25 जुलाई को सिरसा में जल भराव के दौरान 2 मोटरसाइकिल सवार युवक करंट आए हुए एक पोल से टकरा कर उसी से चिपक गए जिस कारण उनमें से एक युवक की मृत्यु हो गई। 28 जुलाई को बागपत के सरूरपुर कलां गांव में एक खेत में टूट कर गिरे बिजली के तार से करंट लगने से एक किसान की मृत्यु हो गई। 29 जुलाई को महाराजगंज के सिद्धवाड़ी गांव में एक खेत में खड़े बिजली के पोल में आया करंट खेत के पानी में उतर गया जिससे वहां धान की रोपाई कर रही पांच महिलाओं की मृत्यु हो गई। 02 अगस्त को लुधियाना के जवाहर नगर में एक क्लीनिक में काम करने वाले युवक ने जैसे ही दुकान खोलने के लिए शटर उठाया तो वर्षा के कारण उसमें आए करंट का झटका लगने से उसकी मृत्यु हो गई। 

03 अगस्त को उल्हास नगर में सड़क पर टूट कर गिरे हाई वोल्टेज बिजली के तार से छू जाने से 14 वर्षीय बालक की मृत्यु हो गई। 04 अगस्त को मुम्बई के पटेल नगर में वर्षा के कारण घर में करंट आ जाने से एक महिला और उसके युवा पुत्र की मृत्यु हो गई। 04 अगस्त को हरियाणा के भाटोल जाटान गांव में खेत में पानी लगाने गए युवक की वहां से गुजर रहे बिजली के तारों से करंट लगने से मौत हो गई। 06 अगस्त को रामपुर के एचोरा गांव में ऊपर से गुजर रहे बिजली के तारों का करंट वर्षा से गीले हुए पेड़ों में आ गया जिससे एक पेड़ से लकड़ी काट रहा व्यक्ति करंट लगने से जमीन पर गिर कर मर गया। 

07 अगस्त को जबलपुर के गढ़ा थाना क्षेत्र के एक मोहल्ले की गीली दीवारों में करंट आ जाने से दीवार से सटी लोहे की अलमारी में भी करंट आ गया और उससे छू जाने के कारण एक मां-बेटी की जान चली गई। निश्चय ही बिजली के ढीले-ढाले और लटकते तार बहुत बड़ा खतरा बने हुए हैं अत: जहां इनके सही प्रबंधन की आवश्यकता है वहीं करंट से होने वाली दुर्घटनाओं के पीड़ितों को मुआवजा व दोषी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए कठोर दंड का प्रावधान करने की भी जरूरत है।—विजय कुमार 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News