‘पाकिस्तान के शासक आंखें खोलें’ देश टूटने के किनारे पर

punjabkesari.in Saturday, Nov 24, 2018 - 03:19 AM (IST)

अमरीका के पूर्व विदेश मंत्री जार्ज शुल्त्ज के अनुसार पाकिस्तान दुनिया में सबसे खतरनाक इलाका है और उक्त कथन बिल्कुल सही है। एक ओर तो पाकिस्तान सरकार ने भारत के विरुद्ध छाया युद्ध छेड़ रखा है तथा लगातार भारत विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा दे रही है तथा दूसरी ओर उसके अपने ही देश में उसके अपने ही पाले हुए और बेकाबू हो चुके आतंकवादी लगातार ङ्क्षहसक गतिविधियां कर रहे हैं।

 पाकिस्तानी सेना भी स्वीकार कर चुकी है कि पाकिस्तान को भारत से उतना खतरा नहीं जितना अपने देश के भीतर से है। यहां तक कि पाकिस्तान के पूर्व सेनाध्यक्ष कियानी तक को हत्या की धमकियां मिल चुकी हैं। आतंकियों का हौसला इतना बढ़़ चुका है कि उनके सामने पाकिस्तान सरकार बेबस दिखाई देने लगी है जिसके इसी महीने के उदाहरण निम्र में दर्ज हैं : 

05 नवम्बर को ‘दत्ताखेल’ सब डिवीजन में आतंकी गिरोह ‘हिजबुल एहरार’ के बम हमले में गश्त कर रहे 1 सुरक्षा अधिकारी की मौत व 1 घायल। 07 नवम्बर को ‘मोहमंद’ जिले में ‘हिजबुल-एहरार’ द्वारा किए गए बम धमाके में 1 सुरक्षा अधिकारी की मौत और 4 घायल। 09 नवम्बर को ‘उ.वजीरीस्तान’ में बम धमाके में 1 व्यक्ति की मृत्यु। 12 नवम्बर को ‘उत्तरी वजीरीस्तान’ में आतंकवादियों के हमले में 1 सेनाधिकारी और 2 सैनिकों की मृत्यु तथा एक घायल। 15 नवम्बर को ‘बारा’ में एक बम धमाके में 1 व्यक्ति की मृत्यु। 17 नवम्बर को ‘क्वेटा’ में तालिबान द्वारा 1 पुलिस अधिकारी की हत्या। 17 नवम्बर को ‘उत्तरी वजीरीस्तान’ में तालिबान द्वारा रॉकेट हमले में 2 सैनिक मारे गए और 2 अन्य घायल। 18 नवम्बर को ‘लाढा’ सब डिवीजन में 1 सैनिक की हत्या। 

18 नवम्बर को ‘क्वेटा’ में बम धमाके में 3 अद्र्धसैनिकों की हत्या। 21 नवम्बर को ‘बजौर’ जिले में एक वाहन पर बम हमले में 2 लोग मारे गए तथा इसी दिन ‘चमन’ शहर में बम धमाके में 10 लोग घायल हुए। और अब 23 नवम्बर को पाकिस्तान में हिंसी की दो बड़ी घटनाएं हुईं। एक घटना ‘कराची’ शहर स्थित चीनी वाणिज्य दूतावास पर हुई जब 3 आत्मघाती आतंकवादियों के हमले में वीजा का आवेदन करने आए 2 नागरिकों तथा 2 पुलिस कर्मचारियों की मौत हो गई। आतंकवादियों ने विस्फोटक बैल्ट बांध रखे थे और उनके पास बड़ी संख्या में हथियार भी थे। उनके कब्जे से 9 हथगोले, क्लाश्निकोव राइफल की गोलियां, मैगजीन और विस्फोटक बरामद किए गए। 

इसी दिन आतंकवाद की दूसरी बड़ी घटना ‘खैबर पख्तूनख्वा’ प्रांत में हांगू के ‘लोअर ओरकजई’ इलाके में  हुई जहां एक धर्म स्थल के बाहर रिमोट कंट्रोल से संचालित भीषण विस्फोट में 3 बच्चों व 3 सिखों सहित कम से कम 32 लोग मारे गए व 40 अन्य घायल हो गए। मृतकों की संख्या बढऩे की आशंका है। विस्फोट में प्रयुक्त बम एक मोटरसाइकिल में फिट था। आज पाकिस्तान आर्थिक दीवालियापन की कगार पर है और प्रधानमंत्री इमरान खान ने देश को आर्थिक संकट से निकालने के लिए आई.एम.एफ., सऊदी अरब और चीन के बाद संयुक्त अरब अमीरात का दामन थामा है। इस सिलसिले में उन्होंने आबूधाबी के राजकुमार के साथ आर्थिक सहयोग पर चर्चा की है तथा इमरान खान द्वारा इसी सिलसिले में जल्द ही एक बार फिर चीन की यात्रा करने की संभावना है। 

इस बीच जहां एक ओर यू.ए.ई. ने 3 अरब डॉलर के पैकेज के अंतर्गत पाकिस्तान को 1 अरब डॉलर की सहायता जारी कर दी है, वहीं दूसरी ओर अमरीका ने पाकिस्तान को झटका देते हुए 1.3 अरब डॉलर की सहायता राशि रोकने की घोषणा कर दी है। अमरीका के राष्ट्रपति ट्रम्प ने दोहराया है कि ‘‘जब तक पाकिस्तान अपनी सीमा में मौजूद आतंकवादियों के शरणस्थलों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं करता उसे दी जाने वाली उक्त सहायता राशि रुकी रहेगी।’’ एक ओर जहां पाकिस्तान आर्थिक संकट का शिकार है वहीं दूसरी ओर अपने देश में बढ़ रही टूटन को रोकने की ओर ध्यान न देकर भारत में हिंसा करवा रहा है। यदि पाकिस्तान के शासक भारत में हिंसक गतिविधियों को हवा देने के स्थान पर अपने देश में बढ़ रही आतंकवादी हिंसा को रोकने की ओर ध्यान देंगे तभी वहां हालात सुधर सकेंगे और वहां के लोग चैन की सांस ले सकेंगे।—विजय कुमार 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Pardeep

Recommended News

Related News